नई दिल्लीः हमारे देश में प्रतिभाओं की कमी नहीं है. बहुत से ऐसे बच्चे हैं, जिनमें छोटी उम्र में ही बड़ा काम करने की ललक दिखती है. ऐसे ही एक छात्र हैं अनुराग रमोला ( Anurag Ramola).
अनुराग देहरादून के रहने वाले हैं और 11वीं में पढ़ते हैं. उनकी कला, उनके विचार और छोटी सी उम्र में ही राष्ट्रीय मुद्दों की समझ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) भी प्रभावित हैं. मोदी ने अनुराग की तारीफ करते हुए उन्हें पत्र लिखा है और उनकी सराहना की है. अनुराग को कला एवं संस्कृति के लिए 2021 का प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार (National Children’s Award) भी मिल चुका है.
अनुराग ने पिछले साल दिसंबर में एक पेंटिंग बनाई थी. यह पेंटिंग भारत की आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर मनाए जा रहे अमृत महोत्सव की थीम पर थी. प्रधानमंत्री इस पेंटिंग से इतने प्रभावित हुए कि इसे अपनी बेवसाइट और ऐप पर भी दर्शाया है. पेंटिंग के साथ अनुराग ने मोदी को पत्र लिखकर अपने विचार भी सामने रखे थे. राष्ट्र हित से जुड़े विषयों के बारे में भी लिखा था. अनुराग ने मोदी को अपना प्रेरणास्त्रोत बताया था. मोदी की लीडरशिप क्वालिटी खासकर परीक्षा पे चर्चा और मन की बात जैसे कार्यक्रमों के जरिए यंग लोगों के साथ लगातार संवाद करते रहने से भी वह खासे प्रभावित हैं.
अब मोदी ने अनुराग के लेटर का जवाब देते हुए लिखा है, “पत्र में लिखे शब्दों और पेंटिंग के विषय ‘भारत की आजादी का अमृत महोत्सव’ से आपकी वैचारिक परिपक्वता का आभास होता है. मुझे खुशी है कि किशोरावस्था से ही आपमें राष्ट्र हित से जुड़े मुद्दों की समझ विकसित हुई है. एक जिम्मेदार नागरिक के तौर पर आप देश के विकास में अपनी भूमिका को लेकर सजग हैं.” पत्र में प्रधानमंत्री ने लिखा कि आजादी के अमृत काल में देश एकता की शक्ति के साथ ‘सबका प्रयास’ के मंत्र को लेकर आगे बढ़ रहा है. आने वाले वर्षों में एक सशक्त और समृद्ध भारत के निर्माण में युवा पीढ़ी का योगदान अहम् रहने वाला है.
कौन हैं अनुराग रमोला?
16 साल के अनुराग मूल रूप उत्तराखंड के टिहरी जिले के प्रतापनगर के रहने वाले हैं. फिलहाल वह देहरादून के चंदर नगर में रहते हैं. केंद्रीय विद्यालय ओएनजीसी में 11वीं क्लास में पढ़ने वाले अनुराग के पिता चैत सिंह रमोला नगर निगम में काम करते हैं जबकि मां सुनीता हाउसवाइफ हैं. कुछ समय पहले ही अनुराग को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. उन्होंने पर्यावरण के खतरे को लेकर पेंटिंग बनाई थी. महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने कला एवं संस्कृति के क्षेत्र में अनुराग को पुरस्कार के लिए चुना था.
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