माओवादियों के इशारे पर भ्रम फैलाने वालों पर होगी कड़ी कार्रवाई : सुन्दरराज पी.

बीजापुर । जिला बीजापुर अंतर्गत गंगालूर थाना क्षेत्र के ग्राम बुरजी एवं पुसनार के बीच माओवादियों के दबाव में पिछले कई दिनों से गंगालूर-मिरतुर मार्ग अवरुद्ध कर कुछ लोग सड़क निर्माण नही करने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। पुलिस के पास विभिन्न सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार क्षेत्र की जनता बहुप्रतीक्षित गंगालूर-मिरतुर सड़क निर्माण के लिए सहमति व सहयोग प्रदान करना चाह रही थी, लेकिन माओवादियों के इशारे पर कुछ व्यक्ति इस कार्य में बाधा उत्पन्न करने के साथ जनता को डरा-धमकाकर विरोध प्रदर्शन में शामिल कर रहे थे। पुलिस महानिरीक्षक,बस्तर रेंज सुन्दरराज पी. ने बताया कि क्षेत्र की जनता को मूलभूत सुविधाओं से वंचित रखने के लिए माओवादियों के इशारे पर भ्रम फैलाने वाले व्यक्तियों को शिनाख्त कर उनके विरूद्ध कड़ी से कड़ी कानूनी कार्यवाही की जावेगी।

उन्होंने बताया कि दक्षिण बस्तर के जिला बीजापुर एवं दंतेवाड़ा के सीमावर्ती क्षेत्र में विगत 3 दिनों से संचालित किये जा रहे नक्सल विरोधी अभियान में पुलिस और माओवादियों के बीच दो बार मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ के पश्चात नक्सल डेरा से BGL Shell, नक्सल दस्तावेज, विस्फोटक एवं अन्य सामग्री बरामद की गई। जिला बीजापुर एवं दंतेवाड़ा के संयुक्त अभियान में दोनों जिला के DRG/STF/CRPF/CoBRA एवं दंतेश्वरी महिला कमाण्डो बल ने माओवादियों के हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया। मुठभेड़ में कुछ माओवादियों के घायल होने की संभावना को देखते हुए आसपास के क्षेत्र में सर्चिंग जारी है।

उल्लेखनीय है कि कुछ व्यक्तियों द्वारा जनता को गुमराह करने तथा सुरक्षा बल को बदनाम करने के उद्देश्य से बुरजी प्रदर्शन स्थल में पुलिस द्वारा मारपीट करने का झूठा प्रचार किया जा रहा है, जो बिल्कुल निराधार एवं असत्य है। वास्तविकता यह है कि क्षेत्र में नक्सल विरोधी अभियान के पश्चात वापसी के दौरान सुरक्षा बल द्वारा प्रदर्शनकारियों को मार्ग अवरुद्ध करने पर बीमार व्यक्तियों का ईलाज एवं ग्रामीणों के आवागमन में हो रही असुविधा को ध्यान में रखते हुए मार्ग को अवरुद्ध न करने की समझाईश दी गयी। तत्पश्चात कई ग्रामीण सहमत होकर वापस अपने गांव जाने लगे, लेकिन नक्सल विचारधारा से प्रभावित कुछ व्यक्तियों द्वारा बौखलाहट में आकर दिग्भ्रमित एवं झूठा प्रचार किया जा रहा है।