रिजर्व बैंक रख रहा यूक्रेन क्राइसिस पर पैनी नजर, ग्रोथ में सुस्ती के चलते महंगाई बढ़ने की आशंका तेज

नेशनल डेस्क । कोरोना से ऊबर रही ग्लोबल और इंडियन इकोनॉमी (Indian Economy) के सामने यूक्रेन क्राइसिस (Ukraine crisis) ने गंभीर संकट पैदा कर दिया है. रिजर्व बैंक के मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी के सदस्य जयंत आर वर्मा ने कहा कि रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग के कारण ग्रोथ रेट की रफ्तार घट सकती है. साथ ही भारत में महंगाई में उछाल आ सकता है. ऐसे में नीति निर्माताओं को सतर्क रहने और नई चुनौतियों को लेकर तेजी से कदम उठाने की जरूरत बताई है.

मशहूर अर्थशास्त्री डॉ वर्मा ने कहा कि मुद्रास्फीति (Inflation) निर्धारित लक्ष्य के मुकाबले अधिक है. हालांकि अभी यह वहनीय सीमा के दायरे में है. जनवरी महीने में खुदरा महंगाई दर 6 फीसदी को पार कर गई थी. थोक महंगाई पिछले दस महीने से दहाई अंकों में है.भारतीय अर्थव्यवस्था के समक्ष चुनौतियों का जिक्र करते हुए वर्मा ने कहा कि अर्थव्यवस्था अभी तक तीन साल पहले शुरू हुई चक्रीय आर्थिक मंदी (cyclical economic slowdown) से उबर नहीं पाई है.

उन्होंने कहा कि इस अवधि में निवेश कम रहा है और निजी खपत महामारी से पूरी तरह उबर नहीं पाई है. भारतीय प्रबंध संस्थान (आईआईएम) अहमदाबाद में वित्त और लेखा विधि के प्रोफेसर वर्मा ने कहा, ‘‘अर्थव्यवस्था भू-राजनीतिक तनावों से पैदा होने वाले नए दबावों का सामना कर रही है.

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