छत्तीसगढ़ः मिडिल क्लास परिवारों को राहत देने की योजना, खूबचंद बघेल स्वास्थ्य योजना के तहत अब पांच लाख रुपए तक मुफ्त इलाज की सुविधा मिलेगी, जल्द हो सकता है ऐलान 

रायपुर। प्रदेश की भूपेश सरकार खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना के तहत सामान्य राशन कार्डधारी मिडिल क्लास परिवारों को बड़ी राहत देने की तैयारी कर रही है। इसके तहत खूबचंद बघेल स्वास्थ्य बीमा योजना में इलाज के लिए मिडिल क्लास को अभी मिलने वाली 50 हजार तक के कैशलेस इलाज की सुविधा को बढ़ाकर 5 लाख तक किया जा सकता है। माना जा रहा है कि बजट में ही इसका ऐलान हो सकता है।

अभी इस योजना में बेहद जरूरतमंद गरीब परिवारों को ही 5 लाख तक इलाज की सुविधा दी जा रही है। फिलहाल 56 लाख से अधिक परिवारों को इस योजना में प्रति परिवार 5 लाख रुपए तक के कैशलेस इलाज की सुविधा मिल रही है। जबकि प्रदेश में एपीएल कार्डधारी परिवारों की तादाद 8.82 लाख से ज्यादा है। इन परिवारों को 5 लाख तक के इलाज का सीधा फायदा मिलेगा। प्रदेश में खूबचंद बघेल हेल्थ स्कीम में 5 लाख तक का हेल्थ कवर पाने वाले परिवारों की संख्या भी बढ़कर 64.82 लाख से अधिक हो जाएगी।

प्रदेश में अभी तक 1.15 करोड़ लोग इस हेल्थ स्कीम के तहत ई-कार्ड बनवा चुके हैं। राज्य सरकार इस योजना की जद में सभी परिवारों को लाना चाहती है। इस हेल्थ स्कीम की शुरुआत में सरकार ने वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान 550 करोड़ का बजट प्रावधान किया था। अब तक प्रदेश में 9.25 लाख से अधिक लोग इस हेल्थ स्कीम के जरिए इलाज की सुविधा ले चुके हैं। वहीं 14.12 लाख से अधिक क्लेम हो चुके हैं।

ऐसे ले सकते हैं योजना का फायदा

  • खूबचंद हेल्थ स्कीम में किसी भी श्रेणी के राशन कार्ड के जरिए इस योजना का लाभ लिया जा सकता है। इसमें प्रति परिवार कैशलेस इलाज की सुविधा रहती है।
  • राशन कार्ड के जरिए अस्पतालों में इलाज के लिए मरीज का जब रजिस्ट्रेशन करवाया जाता है। खूबचंद बघेल हेल्थ स्कीम में ई पंजीयन के जरिए फिलहाल एपीएल परिवारों को 50 हजार तक का ही इलाज मिल रहा है।
  • योजना छत्तीसगढ़ के स्थानीय राशनकार्ड धारियों के लिए ही है। यानी दूसरे प्रदेशों के राशनकार्ड धारियों को खूबचंद बघेल हेल्थ स्कीम का फायदा नहीं मिल सकता है।
  • अभी की स्थिति में प्राथमिकता और अंत्योदय श्रेणी के राशनकार्ड धारियों को 5 लाख तक इलाज की सुविधा है।
  • प्रदेश में गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना के तहत 20 लाख तक का इलाज मिलता है।

स्वास्थ्य सहायता को लेकर प्रदेश में दूसरी योजनाएं भी उपलब्ध
ऐसी जटिल बीमारियां जिनमें इलाज का खर्च 5 लाख रुपए से अधिक होता है, उनके लिए जरूरतमंद लोगों को खूबचंद बघेल हेल्थ स्कीम के अलावा मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना के जरिए भी राहत दी जाती है। इसमें 20 लाख तक का इलाज मुफ्त होता है। खूबचंद बघेल हेल्थ स्कीम में फिलहाल इलाज के लिए 1,211 से अधिक अस्पताल रजिस्टर्ड हैं। इनमें 835 अस्पताल सरकारी हैं। जबकि 376 से ज्यादा अस्पताल प्राइवेट हैं। इनमें मुफ्त इलाज की सुविधा मिलती है।

शहरी क्षेत्रों में इलाज की सुविधा के लिए मोबाइल यूनिट अस्पताल
नगरीय प्रशासन विभाग भी शहरी क्षेत्रों में इलाज की सुविधा बढ़ाने के लिए मोबाइल यूनिट अस्पताल यानी एमयू की संख्या बढ़ाने जा रहा है। मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना के तहत नगर निगम के अलावा नगर पंचायतों तक भी इसका दायरा बढ़ाया जा रहा है। जानकारी के अनुसार, प्रदेश में शहरी क्षेत्रों में 60 से ज्यादा नए मोबाइल अस्पताल और बढ़ाए जाने वाले हैं। मोबाइल यूनिट अस्पतालों के जरिए लोगों को इलाज और जांच की सुविधा मुफ्त दी जाती है।

मोबाइल यूनिट अस्पताल बढ़ेंगे
नगर पंचायत तक हम मोबाइल यूनिट अस्पतालों को पहुंचाने वाले हैं। इसके लिए मोबाइल यूनिट अस्पतालों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी। -डॉ. शिव कुमार डहरिया, नगरीय प्रशासन मंत्री

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