0 जामपानी पटवारी के बाद अब पकरिया प.ह. न 08 के पटवारी पर रिश्वतखोरी का आरोप।
0 राजस्व विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार की खुल रही पोल।
कोरबा/करतला, 04 मार्च (वेदांत समाचार)। कांग्रेस शासनकाल में पटवारी एवं राजस्व विभाग के कुछ अधिकारी इतने निरंकुश हो गए है कि बिना घुस खाएं आम लोगों का काम नही हो रहा है। लगातार शिकायतों के बावजूद जिला प्रशासन सहित बड़े बड़े नेता कमीशनखोरी के खेल पर मौन बैठे है। राजस्व मंत्री के गृह जिले में लगातार पटवारियों द्वारा किसानों से आम कार्यो के एवज में रिश्वत मांगने के आरोप लग रहे है। पूर्व में ग्राम जामपानी में पटवारी द्वारा मृत मवेशी का मुवावजा निकालने के नाम पर किसान से रिश्वत की मांग की थी जिसकी शिकायत कलेक्टर सहित तहसीलदार को की गई थी।
अब ताजा मामला ग्राम पकरिया प. ह.न 08 राजस्व निरीक्षक मंडल बरपाली का है जहां पदस्त पटवारी ने चौहद्दी बनाने के नाम पर ग्राम पुरैना निवासी लखन लाल साहू से 20 हज़ार रुपये की घुस मांगी। पैसे नही देने पर पटवारी शिकायतकर्ता को लगातार घुमाता रहा तथा पटवारी द्वारा उल्टा शिकायत होने के डर से शिकायकर्ता को ही परेशान किया जाने लगा। राजस्व विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार के चलते आम जनता की हित में अधिवक्ताओं ने भी मोर्चा खोल रखा है। लगातार शिकायतों के बाद भी जिला प्रशासन राजस्व विभाग के कार्यो में कसावट लागे में विफल रहा है वही इस तरह के भ्रष्ट अधिकारियों के विरुद्ध कार्यवाही नही होने से हौसले बुलंद है।
उच्च अधिकारियों को बंट रही कमीशन की राशि
विश्वसनीय सूत्रों की माने तो राजस्व विभाग के निचले अधिकारी से उच्च अधिकारियों तक कमीशन का खेल चल रहा है। किसानों का नया पर्ची बनवाना हो या सीमांकन कार्य सभी कार्यो में पटवारियों का रेट फिक्स है। वही शिकायत के बाद भी कार्यवाही का नही होना मिलीभगत कर कमाई करने की सुनियोजित योजना प्रतीत होता है।