युवा कांग्रेस की दो जिला इकाइयां भंग, अध्यक्ष भी हटाए गए,सदस्यता अभियान में निष्क्रियता

रायपुर। सदस्यता अभियान में पिछड़ने की गाज कांग्रेस के शोपीस पदाधिकारियों पर गिरने लगी है। शुरुआत युवा कांग्रेस से हुई है। युवा कांग्रेस ने सदस्यता अभियान में निष्क्रियता के मामले में बेमेतरा और कांकेर की जिला कार्यकारिणी को भंग कर दिया है। वहां के जिलाध्यक्षों को भी हटा दिया गया है। युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष पूर्णचंद कोको पाढ़ी के निर्देश पर प्रभारी महासचिव अशरफ हुसैन ने आदेश जारी कर दिए। इसमें कहा गया है कि कांकेर और बेमेतरा जिलाध्यक्ष सहित पूरी जिला कार्यकारिणी को तत्काल प्रभाव से भंग किया जाता है। अभी तक कांकेर में पंकज वाधवानी और बेमेतरा में गुलजार अली युवा कांग्रेस के अध्यक्ष थे।

बताया जा रहा है कि संगठन ने प्रदेश के 41 अन्य पदाधिकारियों को भी नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। संगठन ने इन पदाधिकारियों को जवाब देने के लिए पांच दिनों का समय दिया है। कहा जा रहा है कि यह कार्रवाई 28 फरवरी को राजीव भवन में हुई समीक्षा बैठक में वरिष्ठ नेताओं की ओर से जताई गई नाराजगी के बाद लिया गया है। डिजिटल सदस्यता अभियान की समीक्षा से जुड़े इस बैठक में ये पदाधिकारी मौजूद नहीं थे। उनकी ओर से सदस्यता अभियान में उल्लेखनीय योगदान भी नहीं दिखा था। एआईसीसी के सचिव और प्रदेश कांग्रेस के सह प्रभारी डॉ. चंदन यादव व प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम दोनों नेताओं ने इस निष्क्रियता पर नाराजगी जताई थी।

मरकाम ने कहा था, निष्क्रिय पदाधिकारी खुद को धोखा दे रहे हैं

सोमवार की बैठक में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा था, जो कार्यकर्ता पद लेकर काम नहीं कर रहा है, वह संगठन को नहीं खुद को धोखा दे रहा है। इसके बाद युवा कांग्रेस के अध्यक्ष पूर्णचंद कोको पाढ़ी ने कहा था, नेतृत्व के निर्देशानुसार काम नहीं करने वाले पदाधिकारियों को बदला जाएगा। वहीं बेहतर काम करने वालों के लिए प्रदेश कांग्रेस में जाने का रास्ता आसान होगा।

31 मार्च तक 3 लाख लोग जोड़ने हैं

कांग्रेस ने नवम्बर 2021 में सदस्यता अभियान शुरू किया था। उस समय संगठन के 4 लाख से कुछ ही अधिक सदस्य थे। कांग्रेस ने 10 लाख सदस्य पार्टी के साथ जोड़ने का लक्ष्य लेकर काम शुरू किया। इसमें उन लोगों को भी शामिल किया गया है जो पहले से कांग्रेस पार्टी के सदस्य थे। खुद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने फिर से सदस्यता ली। अभी तक कांग्रेस मुश्किल से 8 लाख सदस्य बना पाई है। काम पूरा नहीं है तो संगठन ने 31 मार्च तक और तीन लाख लोगों को पार्टी से जोड़ने का नया लक्ष्य तय किया है।