बिजली कर्मी का करंट से शरीर झुलसा, 46 दिन बाद भी नहीं मिली मदद

जबलपुर, 28 फ़रवरी (वेदांत समाचार)। पूर्व क्षेत्र कंपनी पाटन संभाग के बेलखेड़ा मेरेगांव सब स्टेशन में करंट से झुलसे ठेका श्रमिक को 46 दिन बाद भी मदद नहीं मिल पाई है। पीड़ित कर्मी का ठेका कंपनी की तरफ से स्वास्थ्य बीमा है इसलिए कंपनी अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया है। इधर पूर्व क्षेत्र कंपनी प्रबंधन ने ठेका कंपनी की जिम्मेदारी मानकर हाथ खड़े कर दिए है। अब समस्या ये है कि कर्मी का काफी हिस्सा झुलस चुका था जिस वजह से लगातार उसके शरीर में संक्रमण फैलने लगा है। स्वास्थ्य बीमा के तहत जिन निजी अस्पतालों में केशलेश सुविधा चिन्हित है उसमें जलने वाले मरीजों का समुचित उपचार सुविधा नहीं है ऐसे में मजबूरी में पीड़ित का उपचार निजी खर्च पर स्वजन करवाने मजबूर है।

ठेका श्रमिक शिवराज यादव मेरेगांव सब स्टेशन में रात के वक्त ड्यूटी पर तैनात था उसी दौरान 11केवी लाइन टूटकर उसके ऊपर गिरी। करंट से शिवराज बुरी तरह से झुलस गया। उसे कई घंटों पर साथियों ने पहले बेलखेड़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और बाद में मेडिकल अस्पताल भेजा। यहां उपचार बेहतर न मिलने की आशंका से स्वजन उसे निजी अस्पताल में ले गए। शिवराज के जीजा कोमल यदुवंशी ने बताया कि इलाज के लिए उनके द्वारा करीब सात लाख रुपये खर्च हो चुके है। गांव में जमीन तक गिरवी रख दी गई है।

अभी तक ठेका कंपनी क्रिस्टल की तरफ से कोई मदद नहीं दी गई। बिजली कर्मियों ने स्थानीय स्तर पर कुछ सहायता दी है लेकिन कंपनी ने किसी तरह का कोई सहयोग नहीं किया है। उन्होंने बताया कि शिवराज की किडनी में संक्रमण फैल गया है। उसे खून की उल्टी हो रही है। चिकित्सकों ने शहर के बाहर उपचार के लिए सुझाव दिया है। इस संबंध में पूर्व क्षेत्र कंपनी के प्रबंध संचालक अनय द्विवेदी ने पूरे मामले में सहयोग करने का भरोसा दिया। इधर कई कर्मचारी संगठनों ने भी निजी स्तर पर मदद का प्रयास शुरू कर दिया है।

ठेका कंपनी पर कार्रवाई: ठेका कंपनी क्रिस्टल की ओर से ठेका श्रमिक को समय पर वेतन नहीं दिया जा रहा है। इसके अलावा कई अन्य शिकायत भी मिल रही है। हम आगे कंपनी का टेंडर निरस्त कर नया टेंडर करने की तैयारी कर रहे हैं।

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