ग्वालियर 26 फ़रवरी (वेदांत समाचार)। वातावरण में गर्मी बढ़ने के साथ ही मच्छर जनित बीमारियों का डर सताने लगा है। शुक्रवार को जिला अस्पताल में डेंगू की जांच में तिकोनिया मुरार निवासी 39 वर्षीय महिला विमलेश नागर डेंगू पाजिटिव पाई गई। महिला को कुछ दिन से बुखार आ रहा था। इलाज के बाद भी बुखार नहीं टूट रहा था। डाक्टर की सलाह पर जब जांच कराई तो डेंगू पाया गया। इस साल डेंगू के दो मरीज मिल चुके हैं। इससे साफ है कि आने वाले समय में डेंगू का मच्छर लोगों को तेजी से अपना शिकार बना सकता है। शुक्रवार को मलेरिया विभाग ने अपने कर्मचारियों का प्रशिक्षण रखा और उन्हें अपने अपने क्षेत्र में सर्वे करने के निर्देश जारी किए।
साफ पानी में डेंगू लार्वा पनपता है: डेंगू का लार्वा साफ पानी में पनपता है, इसलिए घर में साफ पानी जमा न होने दें। साफ पानी यदि दो दिन पुराना है तो उसे हटाएं। घर के आसपास भी यदि कहीं पर साफ पानी जमा है तो उसे साफ कराएं। डेंगू का मच्छर घर में रहता है और कम दूरी तक ही उड़ पाता है।
बचाव के उपाय़
– डेंगू से बचने के लिए घर व आसपास साफ सफाई रखें।
– अभिभावक बच्चों को पूरी आस्तीन के कपड़े पहनाएं, घर के बाहर कम निकलने दें।
– घर में मच्छर को मारने वाला क्वायल जलाएं।
मरीज को ट्रामा से निजी अस्पताल भेजते हैं डाक्टर
हादसों में घायल होने वाले गंभीर मरीज जयारोग्य अस्पताल के ट्रामा सेंटर में उपचार के लिए पहुंचते हैं, लेकिन यहां उन्हें परेशानी झेलनी पड़ती है। ट्रामा में ड्यूटी डाक्टर घायल मरीजों के अटेंडेंट को बेहतर इलाज की बात कहकर निजी अस्पताल जाने को मजबूर करते हैं। ट्रामा के नोडल अधिकरी डा. अभिलेख मिश्रा ने बताया बीती रात वह निरीक्षण करने ट्रामा सेंटर पहुंचे। यहां ड्यूटी पर तैनात जूनियर रेजिडेंट नरेन्द्र कुछ मरीजों को निजी अस्पताल जाने के लिए बोल रहे थे। इसी तरह डा. संदीप का एक वीडियो इंटरनेट पर घूम रहा है। बताया जा रहा है वीडियो में वह जिस व्यक्ति के साथ बैठे हैं वह निजी अस्पताल का दलाल है।
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