जगदलपुर/दंतेवाड़ा। दंतेवाड़ा जिले में पुलिस ने अलग-अलग प्रकरण में 3 चिटफंड कंपनी के कुल 5 डायरेक्टरों को गिरफ्तार किया है। कंपनी ने 6 साल में पैसा डबल करने का निवेशकों का झांसा दिया था। जिसके चलते 2132 निवेशकों ने कुल 4 करोड़ 37 लाख 24 हजार 154 रुपए निवेश किए हैं। जब 6 साल बीत जाने के बाद निवेशकों को उनके पैसे नहीं लौटाए गए तो पुलिस से शिकायत की गई। जिसके बाद दंतेवाड़ा पुलिस ने राजस्थान और ओडिशा से 5 डायरेक्टर को गिरफ्तार कर दंतेवाड़ा लाया है। जिन्हें कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है।
जानकारी के मुताबिक, दंतेवाड़ा सिटी कोतवाली और गीदम थाना में कुछ लोगों ने शिकायत दर्ज करवाई थी कि साईं प्रकाश ग्रुप ऑफ कंपनी, BNP इंडिया ग्रुप ऑफ कंपनी और निर्मल इंफाहोम कॉर्पोरेशन लिमिटेड कंपनी में 6 साल पहले पैसे निवेश किए थे। कंपनी के डायरेक्टर ने 6 साल में पैसे डबल करने की स्कीम बताई थी। इन तीनों कंपनियों में कुल 2132 निवेशकों ने करोड़ों रुपए लगाए थे। लेकिन स्कीम के अनुसार 6 साल का समय पूरा हुआ और पैसे मांगे गए तो कंपनी टाल मटोल करती रही। जिसके बाद मामले की शिकायत पुलिस में की गई थी।
राजस्थान और ओडिशा से हुई गिरफ्तारी
दंतेवाड़ा के SP सिद्धार्थ तिवारी ने बताया कि मामले की शिकायत के बाद कंपनी के डायरेक्टरों को पकड़ने योजना बनाई गई थी। जिसके बाद तीनों कंपनी के डायरेक्टर को पकड़ने के लिए टीम को ओडिशा और राजस्थान भेजा गया। टीम ने BNP इंडिया कंपनी के डायरेक्टर दयानंद को राजस्थान के भरतपुर से गिरफ्तार किया। वहीं साईं प्रकाश ग्रुप ऑफ कंपनी के डायरेक्टर रणविजय सिंह और निर्मल इंफाहोम कॉर्पोरेशन लिमिटेड कंपनी के डायरेक्टर अभिषेक चौहान, प्रबल प्रताप सिंह समेत हरीश शर्मा को ओडिशा के भुनवेश्वर से गिरफ्तार किया गया है। कुल 5 लोगों की गिरफ्तारी कर सभी को दंतेवाड़ा के जिला एवं सत्र न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया है।
इन कंपनियों में लगे थे इतने पैसे
साईं प्रकाश ग्रुप ऑफ कंपनी में कुल 212 निवेशकों ने 91 लाख 7 हजार 112 रुपए का निवेश किया था। वहीं BNP इंडिया ग्रुप ऑफ कंपनी में 21 निवेशकों ने 79 लाख 7 हजार 430 रुपए निवेश किया। सबसे ज्यादा 1899 निवेशकों ने निर्मल इंफाहोम कॉर्पोरेशन लिमिटेड कंपनी में कुल 2 करोड़ 67 लाख 9 हजार 612 रुपए का निवेश किया था। इनमें से दंतेवाड़ा जिला समेत अन्य अलग-अलग जिलों के निवेशक भी हैं।
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