मुंबई समेत महाराष्ट्र भर में कोरना संक्रमण अब लगभग पूरी तरह से नियंत्रण में आ चुका है. राज्य में अब हर रोज कोरोना के केसेस काफी कम आ रहे हैं. इस बीच राज्य में अर्थव्यवस्था तेजी से पटरी पर आ रही है. काम-धंधे और रोजगार फिर एक बार कोरोना काल से पहले की तरह शुरू हो चुके हैं. 2 मार्च से मुंबई महानगरपालिका ने स्कूलों के लिए भी सर्कुलर जारी कर दिया है कि वे कोरोना काल से पहले की तरह ही फुल कैपेसिटी और फुल टाइम चलाएं. ऐसे में राज्य में जो कोरोना काल के
प्रतिबंध Corona restrictions in maharashtra) हैं, उन्हें कायम रखने की ज़रूरत नहीं रह गई है. ऐसे में इन प्रतिबंधों को हटाने का फैसला राज्य की आपदा प्रबंधन समिति (Disaster management committee) ने कर लिया है. यह फैसला शुक्रवार की एक अहम मीटिंग के दौरान किया गया. अब बस मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (CM Uddhav Thackeray) की इजाजत का इंतजार है. सूत्रों से मिली जानकारियों के मुताबिक सीएम के आदेश के बाद राज्य से सारे प्रतिबंध अगले तीन-चार दिनों में उठा लिए जाएंगे.
मुख्य सचिव देबाशिष चक्रवर्ती की अध्यक्षता में हुई आपदा प्रबंधन समिति की बैठक में राज्य से सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना से जुड़े हालात का ब्योरा सामने रखा. इस बैठक में यह फैसला किया गया कि अब कोरोना काल के प्रतिबंधों को कायम रखने की ज़रूरत नहीं है. लेकिन सूत्रों से मिली जानकारियों के मुताबिक कोरोना प्रतिबंधों को हटाने के साथ ही जिल आपदा प्रबंधन समितियों को स्थानीय परिस्थितियों के देखते हुए प्रतिबंधों को हटाने से संबंधित आदेश पर फेरबदल करने का अधिकार होगा. यानी कोरोना के हालात को देखते हुए प्रतिबंधों को लेकर फैसले में बदलाव का अधिकार जिला समितियों को होगा.
फिलहाल कोरोना से जुड़े ये प्रतिबंध हैं लागू
फिलहाल जो नियम लागू हैं उनके मुताबिक होटल-रेस्टोरेंट, सिनेमा हॉल्स, जिम, स्पा को 50 फीसदी क्षमता से शुरू करने की इजाजत है. यह प्रतिबंध अब पूरी तरह से हटा लिए जाने की संभावना है. विवाह सामारोहों के लिए 200 लोगों की उपस्थिति की अधिकतम सीमा की शर्तों में भी ढिलाई दी जा सकती है, या फिर यह नियम पूरी तरह से उठा लिए जाने की भी संभावना है.
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