एक ऐसी भिक्षुक महिला, जिसका एक एक बेटा विदेश में पढ़ाई करता है और दूसरा बेटा किराना व्यवसाई

रायपुर, 23 फ़रवरी (वेदांत समाचार) । रायपुर समाज कल्याण विभाग की टीम को भिक्षा मांग रही लोगों का रेस्क्यू करने पर एक ऐसी भिक्षुक महिला मिली है जिसका एक एक बेटा विदेश में पढ़ाई करता है और दूसरा बेटा किराना व्यवसाई है । महिला ने अपना मकान किराए पर दिया है और वह खुद लखपति है।

भिक्षुक पुनर्वास केंद्र की संचालक ममता शर्मा के अनुसार रायपुर में इन दिनों समाज कल्याण विभाग के साथ राजधानी में भीख माँगते लोगों की जानकारियां एकत्रित की जा रही है और परिस्थिति के अनुसार उनके व्यवस्थापन का प्रयास किया जा रहा है ।इसी दौरान राजधानी के चौक -चौराहों एवं मंदिरों में भीख मांगती एक महिला बेनवती जंघेल(लगभग 55 वर्ष)से पूछताछ कर उसके बारे में पता लगाया गया तो सब हतप्रभ रह गए।पता चला कि इसका एक बेटा विदेश में काम करता है और दूसरा किराना व्यवसायी है । समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों ने जब इच्छुक महिला से भीख मांगने की वजह पता कि तो महिला ने कहा कि वह भीख नहीं मांगती, बल्कि उन्हें बीमारी है। इस वजह से वह मंदिर- मस्जिद के चक्कर लगा रही थी ।महिला ने पूछताछ में बताया कि उसने अपना घर भी किराए पर दिया है। जिससे वह हर महीने पांच हजार रुपये तक की कमाई करती है ।

ममता शर्मा ने बताया कि समाज कल्याण विभाग द्वारा भिखारियों के रेस्क्यू का काम जारी है । जब इन्हें पुनर्वास केंद्र लाया जाता है तो लगभग 85प्रतिशत भिखारी भीख मांगने से इंकार कर देते हैं । रेस्क्यू से ऐसे अनेक भिखारी सामने आये है जो संपन्न परिवार से हैं ।