पंजाब 20 फ़रवरी (वेदांत समाचार)। विधानसभा चुनाव (Punjab Election 2022) के लिए रविवार को वोटिंग करवाई गई. राज्य में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम किए गए और सुबह 117 सीटों के लिए मतदान शुरू हुआ शाम छह बजे तक जारी रही. वहीं, शाम 5 बजे तक 63.44 फीसदी हुआ. इस चुनाव में 1,304 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं, जिनमें 93 महिलाएं और दो ट्रांसजेंडर शामिल हैं. सभी उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला ईवीएम (EVM) मशीनों बंद हो गया है और 10 मार्च को नतीजे जारी होने के बाद यह तय हो जाएगा कि राज्य में किस पार्टी की सरकार बनेगी. चुनाव आयोग (Election Commission) के अनुसार, राज्य में 1,02,00,996 महिलाओं समेत 2,14,99,804 मतदाता थे, जिन्होंने अपने मताधिकारों का इस्तेमाल किया.
पंजाब में मतदान केंद्रों के बाहर सुबह से ही कतारें देखी जाने लगी थीं. हजारों युवाओं ने पहली बार अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया. छिट-पुट घटनाएं देखने के अलावा मतदान शांतिपूर्ण हुआ है. हालांकि आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया है कि कई जगह ईवीएम में खराबी पाई गई है, जिसके चलते वोटिंग प्रभावित हुई. पंजाब में इस बार कांग्रेस, आम आदमी पार्टी (AAP), शिरोमणि अकाली दल (शिअद)- बहुजन समाज पार्टी (BSP) गठबंधन, भारतीय जनता पार्टी (BJP)- पंजाब लोक कांग्रेस(PLC)-शिअद (संयुक्त) गठबंधन और विभिन्न किसान संगठनों की राजनीतिक इकाई ‘संयुक्त समाज मोर्चा’ के बीच बहुकोणीय मुकाबला है.
शिअद इस बार बीएसपी के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ रहा है, जबकि बीजेपी ने इस चुनाव के लिए पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह नीत पंजाब लोक कांग्रेस और सुखदेव सिंह ढींढसा नीत शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) के साथ गठबंधन किया है. केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ हुए किसान आंदोलन में शामिल पंजाब के कई किसान संगठन भी ‘संयुक्त समाज मोर्चा’ (SSM) बनाकर विधानसभा चुनाव में उतरे हैं और उन्होंने इसके लिए हरियाणा भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) के नेता गुरनाम सिंह चढूनी नीत संयुक्त संघर्ष पार्टी के साथ हाथ मिलाया है.
पंजाब में CAPFकी कुल 700 कंपनियां की गई थीं तैनात
चुनाव लड़ रहे चर्चित चेहरों में मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, भगवंत मान, कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू, पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह एवं प्रकाश सिंह बादल और शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल प्रमुख हैं. पूर्व मुख्यमंत्री राजिंदर कौर भट्ठल, बीजेपी की पंजाब इकाई के अध्यक्ष अश्विनी शर्मा और पूर्व केंद्रीय मंत्री विजय सांपला भी इस चुनाव में किस्मत आजमा रहे हैं. मतदान के लिए राज्य पुलिस के जवानों के अलावा केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल की कुल 700 कंपनियां तैनात की गईं. राज्य में महिलाओं के लिए 196 गुलाबी मतदान केंद्र बनाए गए, जबकि 70 मतदान केंद्रों का प्रबंधन दिव्यांगजन के हाथों में था.
[metaslider id="347522"]