अक्सर आपने छोटे बच्चों को सिक्के जमा करते हुए देखा होगा। बच्चों में यह आदत इसलिए डाली जाती है कि उनमें सेविंग करने की इच्छा जागृत हो और आगे चलकर भी बचत कर सके। लेकिन जरा सोचिए अगर कोई सिक्कों को बोरी में भरकर कोई चीज खरीदने निकल जाये तो फिर क्या होगा। ऐसा ही एक मामला असम के बारेपटा से सामने आया है जो इन दिनों सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है। बताया गया है कि एक व्यक्ति जो स्कूटी खरीदने आया था वह अपने घर से बोरे में पैसे भर कर लेकर आया था। इनमें हजारों सिक्के थे जिन्हें देखकर किसी का भी माथा चकरा सकता था।
बोरी में थे 22 हजार
यह व्यक्ति बोरी में एक दो नहीं बल्कि 22 हजार लेकर शोरूम में पहुंचा था। इसमें एक रुपया से लेकर 10 रूपये तक के सिक्के थे। ग्राहक का कहना था कि उसके पास नोट नहीं है और उसे कोई इसे बदलकर नहीं दे रहा है ऐसे में वह शोरूम में यही दे सकता है। इस व्यक्ति का का नाम हाफिजुर अंगद है और वह एक स्टेशनरी की दुकान चलाता है। उसने बताया कि वह काफी समय पहले से स्कूटी खरीदना चाह रहा था। लेकिन अब जाकर उसका सपना पूरा हो रहा है।
हाफिजुर ने बताया कि पिछले 8 महीने में उसने सिक्का जमा करना शुरू किया। उसे काफी पहले से एक स्कूटी खरीदनी थी लेकिन पैसे ही नहीं बचते थे। तब जाकर उसने इन सिक्कों को जमा करना शुरू किया। उसने बताया कि जब पैसे जमा हो गए तो कोई उसे लेकर नोट देने को तैयार नहीं था। उसका कहना है कि वह इन सिक्कों को लेकर बैंक भी गया लेकिन बैंक वालों ने भी अपने हाथ खड़े कर दिए। फिर जब उसे कुछ समझ नहीं आया तो वह सीधे शोरूम आ गया जिसके बाद शोरूम के मैनेजर ने दूसरे स्टाफ को मिलाकर सिक्के गिनने करने के काम में लगा दिया। मैनेजर का कहना था कि उसका उत्साह देखते हुए हम उसे ना नहीं कर सके।
हाफिजुर को उसके सपने की स्कूटी तो मिल गई , लेकिन ये खबर चर्चा का विषय जरूर बन गई। सोशल मीडिया में इसका जमकर वायरल हो रहा है। लोग उस शोरूम के मैनेजर की भी तारीफ कर रहे है। जिन्होंने उसकी स्थिति को समझा और स्कूटी खरीदने में उसकी हेल्प की।
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