अफगानिस्तान से सिखों और हिंदुओं (Afghan Sikh-Hindu) के एक शिष्टमंडल ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के आवास पर उनसे मुलाकात की. भारत में बड़ी संख्या में अफगान सिख और हिंदू रहते हैं और हाल में तालिबान द्वारा अफगानिस्तान की सत्ता हथियाने के बाद भारत सरकार ने उनमें से अनेक को वहां से निकाला था. अफगानिस्तान (Afghanistan) में धार्मिक आधार पर उत्पीड़न झेलने वाले अल्पसंख्यकों के प्रति मोदी सरकार ने कई बार अपनी प्रतिबद्धता जताई है. इस बीच अफगानिस्तान के काबुल से आए निदान सिंह सचदेवा बताया कि उनका तालिबान ने अपहरण कर लिया था.
उन्होंने कहा, ‘मुझे एक गुरुद्वारे से तालिबान द्वारा अपहरण कर लिया गया था. उन्होंने हमें भारतीय जासूस के रूप में सोच लिया था, वे चाहते थे कि हम कन्वर्ट हो जाएं. हमने पीएम मोदी को धन्यवाद दिया और भारत सरकार की मदद से खुश हैं. हमें बस आश्रय और राष्ट्रीयता की आवश्यकता है.’
भारत में1989 में शिफ्ट होने वाले अफगानिस्तान निवासी तरेंद्र सिंह ने कहा, ‘हमने पीएम मोदी को काबुल में अपने हालात से अवगत कराया. हमारी मुख्य समस्या नागरिक बनना थी, हम अपनी नागरिकता के लिए इधर-उधर भटकते रहे इसलिए हमने सीएए लाने के लिए पीएम मोदी को धन्यवाद दिया और एक नागरिकता चाहते हैं.’
सिख प्रतिनिधिमंडल ने सीएए के लिए केंद्र सरकार की प्रशंसा करते हुए कहा कि इसने अफगान शरणार्थियों को आश्रय प्रदान किया. पीएम मोदी ने प्रतिनिधिमंडल से कहा कि भारत उनका घर है. पीएम ने बैठक के दौरान कहा, ‘यह (भारत) आपका घर है. आप हमारे लिए मेहमान नहीं हैं और हर भारतीय आपके प्रति समान प्यार और सम्मान रखता है.’ एक सदस्य ने प्रधानमंत्री की प्रशंसा करते हुए कहा, ‘केवल आप (पीएम मोदी) ही देश भर में रहने वाले भारतीयों और सिखों के दर्द को समझ सकते हैं. जहां भी कोई समस्या है, मैं देखता हूं कि आप आगे आए हैं.’
सिख प्रतिनिधिमंडल ने पीएम मोदी को अफगानी पगड़ी भेंट की
प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने पड़ोसी दक्षिण एशियाई देशों में अल्पसंख्यकों को भारतीय नागरिकता लेने की अनुमति देने के लिए विभिन्न कदम उठाने के लिए प्रधानमंत्री की प्रशंसा की. उन्होंने कहा, ‘जब कोई नहीं सुन रहा था, तो आप केवल एक ही थे जिन्होंने हमारी बात सुनी. वे (अफगान लोग) सीएए के दौरान आपके द्वारा लड़ी गई लड़ाई के लिए धन्यवाद देने के लिए यहां एकत्र हुए हैं. इसके बाद, उन्हें यहां रहने के लिए अवसर मिला है. प्रतिनिधिमंडल ने पीएम मोदी को अफगानी पगड़ी भेंट की. प्रधानमंत्री ने कहा, ‘यह (अफगान पगड़ी) अफगानिस्तान का प्रतीक है. मेरे साथ आप लोगों ने यह पगड़ी पहनी है, इससे अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई बहुत खुश हुए होंगे.’
[metaslider id="347522"]