जांजगीर 19 फ़रवरी (वेदांत समाचार)। छत्तीसगढ़ के जांजगीर जिले में देर रात हुए सड़क हादसे में एक युवक की मौत हो गई। युवक कहीं से बाइक में सवार होकर अपने घर लौट रहा था। इसी दौरान सामने से आ रहे ट्रेलर ने उसे टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि युवक बाइक सहित उस ट्रेलर के चक्के के नीचे आ गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद गुस्साई भीड़ ने मुआवजा और नौकरी की मांग को लेकर करीब 4 घंटे तक चक्काजाम भी कर दिया। हादसा अकलतरा थाना क्षेत्र में हुआ है।
अकलतरा के आजाद नगर में रहने वाला नितेन्द्र सिंह राणा(28) अकलतरा नगर पालिका में ही प्लेसमेंट कर्मचारी के रूप में काम करता था। बताया जा रहा है कि शनिवार रात को 11 बजे वह कहीं से वापस अपने घर लौट रहा था। वो अभी यहां अकलतरा-शिवरीनारायण रोड जनपद कार्यालय के पास पहुंचा था कि सामने अकलतरा की तरफ से आ रहे ट्रेलर ने उसे टक्कर मार दी।
ट्रेलर का ड्राइवर भाग गया
आस-पास के लोगों ने बताया कि दोनों ही गाड़ी की स्पीड इतनी ज्यादा थी कि बाइक में सवार नितेन्द्र सिंह राणा सीधे ट्रेलर के टायर के नीचे जाकर दब गया। इससे उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद ट्रेलर का ड्राइवर वहां से भाग निकला। वहीं आस-पास के लोग मौके पर पहुंच गए। उन्होंने पास जाकर देखा तो नितेन्द्र का चेहरा ट्रक में दबने के कारण पूरी तरह से चपटा हो गया था। उसके शरीर से काफी खून भी बह चुका था।
युवक की मां के लिए नौकरी की मांग
घटना के बाद काफी भीड़ मौके पर पहुंच गई और लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। लोगों ने आरोप लगाया कि इस रोड में बार-बार हादसे हो रहे हैं। फिर भी प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा है। हम नितेन्द्र सिंह के परिवार के लिए 5 लाख मुआवजा और उसकी मां के लिए नगर पालिका में नौकरी की मांग करते हैं। ये कहते हुए लोगों ने अकलतरा-शिवरीनारायण रोड को रात को 11.30 बजे से 3.30 बजे तक जाम रखा।
एसडीएम के समझाने पर माने लोग
इधर, घटना की सूचना पुलिस और प्रशासन को भी दी गई थी। खबर लगते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने लोगों को काफी समझाने का प्रयास किया। मगर लोग नहीं माने, वे पनी मांगों को लेकर अड़े रहे। बाद में जब जांजगीर एसडीएम नंदनी साहू मौके पर गईं और उन्होंने लोगों को समझाया तब जाकर लोगों का गुस्सा शांत हुआ। एसडीएम ने लोगों को ट्रेलर मालिक से उचित मुआवजा दिलाने और नितेन्द्र की मां को नगर पालिका में नौकरी दिलाने का आश्वासन दिया है।
मां-बाप का इकलौता बेटा था
आस-पास के लोगों ने बताया कि नितेन्द्र के पिता का कुछ समय पहले ही देहांत हो चुका है। जिसके चलते वो अपनी मां को लेकर आजाद नगर में रहता था। अब उसकी भी मौत हो गई है। इसके बाद उसकी मां भी अकेले पड़ गई है। नितेन्द्र अपने माता-पिता का एक ही बेटा था।
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