राजस्व कर्मचारियों की हड़ताल से बेजा कब्जाधारियों के हौसले बुलंद

करतला 17 फरवरी (वेदांत समाचार)। रायगढ़ में घटित तहसीलदार और अधिवक्ताओं के विवाद के कारण प्रदेश के सभी राजस्व कर्मचारी हड़ताल पर चले गए जिससे शासन के साथ-साथ आम जनता को भी नुकसान हो रहा है परंतु करतला विकासखंड के ग्राम बरपाली में कुछ लोग हैं जो राजस्व विभाग के कर्मचारियों के हड़ताल में जाने से अति उत्साहित हो गए हैं तथा राजस्व विभाग के कर्मचारियों के हड़ताल में जाने का पुरा लाभ उठा रहे हैं।

ग्राम पंचायत बरपाली में शासकीय भूमि पर एक व्यक्ति के द्वारा कब्जा कर भवन निर्माण किया जा रहा है। ग्राम पंचायत के विरोध और तहसीलदार के द्वारा स्थगन लगाने के बावजूद बेजकब्जाधारी के हौसले किस कदर बुलंद है इस बात का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि ग्राम पंचायत बरपाली के विरोध तथा तहसीलदार बरपाली के स्थगन आदेश के बाद भी बेजा कब्जा धारी राजस्व कर्मचारियों की हड़ताल का फायदा उठाते हुए अपने घर का कार्य लगभग पूर्ण कर लिया है। एवं उसमें रहना भी प्रारंभ कर दिया है शासकीय भूमि पर बिना अनुमति के किसी भी प्रकार का निर्माण करना गैरकानूनी कार्य की श्रेणी में आता है और बेजाकब्जधारी व्यक्ति के द्वारा सभी नियमो को ताक में रखते हुए बरपाली के भांठापारा में शमशानघाट जाने वाली सड़क के किनारे शासकीय भूमि पर कब्जा कर भवन निर्माण पूर्ण कर लिया है। जब गांव वालों के विरोध करने पर ग्राम पंचायत के द्वारा अवैध कब्जा पर निर्माण को रोकने के लिए आदेशित किया गया तब बेजा कब्जा धारी तहसीलदार के आदेश एवं ग्राम पंचायत के आदेश को ठेंगा दिखाते हुए कब्जाधारी ने अपना निर्माण कार्य बंद नहीं किया और उल्टा चोर कोतवाल को डांटे वाली कहावत को साकार करते हुए लोगों से बात बहस करते हुए ग्रामीणों को ही धमकाने लगा।

पूर्व में इस अवैध निर्माण को रोकने हेतु बरपाली के सरपंच और पटवारी के द्वारा मौके पर पंचनामा तैयार कर तहसीलदार के माध्यम से स्थगन आदेश जारी किया गया है लेकिन कब्जाधारी के हौसले इस तरह बुलंद है कि वह किसी नियम कानून को मानने के बजाय उल्टे प्रशासन को ही चुनौती दे रहा है। पूर्व में पदस्थ तहसीलदार के द्वारा कुछ बेजा कब्जाधारियों पर नकेल कसने का कार्य शुरू किया था और नोटिस देकर निर्माण कार्य बंद करवा दिया था।तथा कुछ कब्जाधारियों के विरुद्ध बेदखली आदेश भी जारी किया था लेकिन उस पर कुछ विशेष कार्यवाही नहीं हो पाया। अब यह देखना है कि हड़ताल से वापस आने के पश्चात नव पदस्थ तहसीलदार आराधना प्रधान के द्वारा आदेश की अवहेलना करने पर क्या कार्यवाही किया जाता है।