कीव/वाशिंगटन/नई दिल्ली15 फ़रवरी (वेदांत समाचार)। वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी ने बताया कि यूक्रेन से लगती सीमा पर रूस ने एक लाख नहीं बल्कि 1.30 लाख सैनिक तैनात कर रखे हैं। अमेरिका ने यह चेतावनी भी दी कि रूस इसी सप्ताह यूक्रेन पर हमला कर सकता है। इसे देखते हुए कुछ विमानन कंपनियों ने यूक्रेन की राजधानी कीव के लिए अपनी उड़ानें भी रद्द कर दी हैं। वहीं नाटो देशों ने हथियारों की नई खेप भी रूस से मुकाबले को भेजी है।
रूस द्वारा यूक्रेन के तीन तरफ से युद्धाभ्यास के दौरान बड़े बम गिराने की तैयारी की खबरों के बीच अमेरिका ने अपने चार बी-52 बॉम्बर लड़ाकू विमानों को ब्रिटेन में तैनात कर दिया है। इन विमानों ने परमाणु बम से लैस होकर भूमध्य सागर में यूक्रेन सीमा के आसपास उड़ान भी भरी है। सूत्रों के मुताबिक, ये बमवर्षक नॉर्थ डकोटा से ब्रिटेन पहुंचे हैं और आगामी 3 सप्ताह तक यहीं बने रहेंगे।
इस बीच, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से करीब एक घंटे तक बातचीत की। बाद में उनके सहयोगियों ने बताया कि जेलेंस्की ने बाइडन से कहा कि यूक्रेन के लोग रूसी सेना की ओर से संभावित हमले के मद्दे नजर भरोसेमंद संरक्षण में हैं। व्हाइट हाउस ने कहा है कि दोनों देश इस बात पर सहमत हुए कि रूस के हमले को रोकने के लिए कूटनीति और निवारण, दोनों उपाय किए जाएं।
अमेरिका ने अपने नागरिकों से तुरंत यूक्रेन छोड़ने के लिए कहा
इस गहराते तनाव के बीच अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने कहा है कि यूक्रेन सीमा पर नाटकीय रूप से रूसी सेना की तैनाती को देखते हुए हमने कीव से अपने दूतावास को अस्थायी रूप से ल्वीव से संचालित करने का फैसला लिया है। इसकी प्रक्रिया जारी है।
उन्होंने कहा कि हम सभी अमेरिकी नागरिकों से तुरंत यूक्रेन छोड़ने की अपील करते हैं। हालांकि पेंटागन के प्रवक्ता ने कहा कि अमेरिका अब भी नहीं मानता कि पुतिन ने आक्रमण करने का फैसला किया है, लेकिन संभव है कि वह बिना किसी चेतावनी के ऐसा करें।
यूक्रेन के राष्ट्रपति ने बताई हमले की तारीख
इधर, इस दौरान यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की ने अपनी एक फेसबुक पोस्ट से तनाव के बादलों को और हवा दे दी है। उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा- 16 फरवरी रूस द्वारा यूक्रेन पर हमले का दिन होगा। जेलेंस्की ने अपनी पोस्ट में यह भी कहा कि वह बातचीत के माध्यम से हर तरह के विवाद को सुलझाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि हमें बताया गया है कि 16 फरवरी हमले का दिन होगा। उन्होंने आगे कहा कि हम इसे एकता दिवस बनाएंगे। उन्होंने कहा कि इससे जुड़े आदेश पर पहले ही हस्ताक्षर किए जा चुके हैं। आज दोपहर हम राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे, नीले-पीले रंग के फीते लगाएंगे और दुनिया को अपनी एकता दिखाएंगे।
देश के लिए दादी ने उठाई एके-47, यूक्रेन ने नायिका बताया
यूक्रेन में क्या बच्चे, क्या बुजुर्ग, सभी रूसी हमला होने पर देश की रक्षा के लिए सैन्य प्रशिक्षण ले रहे हैं। इन्हीं में से हैं पूर्वी यूक्रेन के कस्बे मरियूपोल की 79 वर्षीय दादी वैलेंतिना कॉन्स्तन्तिनोव्स्का। नेशनल गार्ड के फौजियों से एके-47 चलाने का प्रशिक्षण लेतीं वैलेंतिवा की तस्वीरें छाई हुई हैं। सारे यूक्रेनवासी एक स्वर में उन्हें नायिका बता रहे हैं।
रूस ने तैनात कीं हाइपरसोनिक मिसाइलें
हालांकि रूस लगातार यूक्रेन पर हमले की आशंका से इनकार करता रहा है लेकिन उसने अमेरिका के पोलैंड में पैराशूटधारी सैनिक तैनात करने के बाद नाटो देशों को सबक सिखाने के लिए हाइपरसोनिक मिसाइलों से लैस अपने मिग-31 के विमानों को तैनात कर दिया है। रूस ने इन विमानों की तैनाती अपने कालिनग्राड शहर में की है जो बाल्टिक सागर के पास स्थित है और पोलैंड तथा लिथुआनिया की सीमा सटा हुआ है। रूस की ये किंझल हाइपरसोनिक मिसाइलें आवाज से 10 गुना ज्यादा गति से उड़ान भरने में सक्षम हैं और परमाणु बम गिराने की ताकत रखती हैं।
आगामी सप्ताह में तय हो सकता है यूक्रेन का भविष्य
यूक्रेन संकट एक ऐसे अहम बिंदु पर पहुंच रहा है, जहां यूरोपीय स्थिरता और पूर्व-पश्चिम के संबंधों का भविष्य अधर में लटका है। आगामी सप्ताह के घटनाक्रम यह तय करेंगे कि क्या यह गतिरोध शांतिपूर्ण तरीके से सुलझेगा या यूरोप में युद्ध होगा। यूरोप में शीतयुद्ध के बाद की सुरक्षा व्यवस्था और वहां परंपरागत सैन्य एवं परमाणु बलों की तैनाती पर लंबे समय से निर्धारित सीमा संरचना इस संकट के कारण दांव पर है। जॉर्जिया में पूर्व अमेरिकी राजदूत इयान केली ने कहा, आगामी 10 दिन अहम होंगे। अमेरिकी खुफिया जानकारी के मुताबिक रूस यह हमला अगले सप्ताह बुधवार को कर सकता है।
जेलेंस्की ने नई आक्रमण चेतावनी पर सबूत मांगे
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कुछ दिनों के भीतर रूस द्वारा आक्रमण करने की चेतावनी को तूल देने के बजाय कमतर करने की कोशिश करते हुए कहा कि उन्हें अब तक इस संबंध में संतोषजनक सबूत नहीं मिले हैं। जेलेंस्की का यह बयान अमेरिका की उस चेतावनी के बाद आया जिसमें अगले सप्ताह रूस द्वारा यूक्रेन पर हमले की चेतावनी दी गई है। जेलेंस्की ने अपने लोगों को रूसी सैनिकों द्वारा तीन ओर से घेरने के बावजूद संयम रखने की अपील की है। वहीं रूस ने इसे सैन्य अभ्यास बताया है।
राजनयिक समाधान निकालने में जुटा अमेरिका
इस बीच बाइडन प्रशासन ने रूस को फिर गंभीर अंजाम भोगने की चेतावनी दी है। इसके साथ ही उसने यूक्रेन संकट का राजनयिक समाधान निकालने पर भी जोर दिया। व्हाइट हाउस की डिप्टी प्रेस सेक्रेटरी कैरिन जीन पियरे ने कहा कि हम तनाव खत्म करने के लिए राजनयिक हल खोजन का सक्रिय रूप से प्रयास कर रहे हैं। इस सप्ताहांत तक आपको पता चल जाएगा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति बाइडन ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन से बात की है। हम हमारे सभी साझेदारों के साथ समन्वय करते हुए रूस के साथ लगातार बातचीत करते रहेंगे। पियरे ने कहा कि कूटनीति का रास्ता कायम रहेगा, यदि रूस ने रचनात्मक रूप से बातचीत जारी रखी। राष्ट्रपति बाइडन ने ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन से भी बात की है।
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