गोवा पहुंचे आप संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने कहा कि कांग्रेस और बीजेपी ने मिलकर गोवा को लूटा है और गोवा के अंदर कोई भी काम नहीं किया. इन पार्टियों को अगर आप और 5 साल दे देंगे तो भी कोई काम नहीं करेंगे, सिर्फ लूटेंगे. गोवा (Goa) की मौजूदा हालत के लिए ये सभी पार्टियां जिम्मेदार हैं. उन्होंने कहा कि हमारे लिए गोवा (Goa Vidhansabha election) के लोग VIP हैं. जितनी तेजी से प्रधानमंत्री के लिए हेलीपैड बना उतनी ही तेजी से गोवा में सड़कें, बस स्टैंड और अन्य चीजें बनेंगी और आपके सभी काम होंगे.केजरीवाल ने आगे कहा, इन पार्टियों ने मिल कर गोवा पर 24 हज़ार करोड़ रुपए का कर्जा चढ़ा दिया. अगर आप इन्हें दोबारा वोट देंगे तो 5 साल में 50 हज़ार करोड़ और उसके बाद 1 लाख करोड़ का कर्जा चढ़ा देंगे.
अगर AAP को वोट देंगे तो हम पूरा कर्जा खत्म कर देंगे और बजट को मुनाफे में ले आएंगे. कांग्रेस को वोट देने का मतलब है BJP को वोट देना. पिछली बार आपने कांग्रेस के 17 MLA बनाए जिसमें से 15 MLA पार्टी छोड़ कर चले गए, तो कांग्रेस को वोट देने का कोई मतलब नहीं है क्योंकि ये लोग जीतने के बाद कांग्रेस में चले जाते हैं.
गोवा में 10-11 फरवरी को दो दिन के दौरे पर केजरीवाल
बता दें कि गोवा में विधानसभा चुनाव हैं और आम आदमी पार्टी पूरी ताकत के साथ इलेक्शन मोड में है. AAP के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गोवा में 10-11 फरवरी को दो दिवसीय दौरे के दौरान राज्य में चुनावी कैंपेन किया और पार्टी की रणनीति के बारे में जानकारी ली. वे यहां पार्टी कार्यकर्ताओं से मिलेंगे. बता दें कि पांच राज्यों में चुनाव हैं. आम आदमी पार्टी इस बार पंजाब, गोवा, उत्तराखंड और यूपी में लड़ रही है.
गोवा में ऐसा है चुनाव कार्यक्रम
गोवा में 14 फरवरी को वोटिंग और 10 मार्च को नतीजे आएंगे. गोवा में नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 28 जनवरी को है. नामांकन की जांच 29 जनवरी को की जाएगी और नाम वापस लेने की आखिरी तारीख 31 जनवरी को है.गोवा में 40 सीटों पर चुनाव होने हैं. इसके लिए जोर-आजमाइश का दौर जारी है. गोवा के चुनावी मैदान में कुल 301 उम्मीदवारों ने ताल ठोकी है. चुनाव से पहले नामांकन करने वाले उम्मीदवारों की कुंडली खंगालने के लिए एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स ने सर्वे किया.
कांग्रेस पार्टी की तृणमूल कांग्रेस और आम आदमी पार्टी से नाराज़गी समझी भी जा सकती है. पहले पार्टी के 18 में से 14 विधायक बीजेपी में शामिल हो गए और बाकी के बचे चार विधायकों में से दो तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए. तृणमूल कांग्रेस का गोवा में कोई आधार नहीं होता था. सितम्बर के महीने में पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस विधायक लुइज़िन्हो फलेरियो को पार्टी में शामिल करके तृणमूल कांग्रेस गोवा के चुनावी जंग में कूद गयी और कांग्रेस के नेताओं, कार्यकर्ता और पूर्व विधायकों को शामिल करके चुनाव जीतने का सपना देखने लगी.
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