Vedanta अपने कॉरपोरेट स्ट्रक्चर में बदलाव नहीं करेगी, प्रॉफिट का 30% डिविडेंड देने का ऐलान

Vedanta ने स्टॉक एक्सचेंज को दी गई जानकारी में बताया कि समीक्षा के बाद हम इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि मौजूदा स्ट्रक्चर ही सबसे बेहतर है

माइनिंग की दिग्गज कंपनी वेदांता लिमिटेड (Vedanta Ltd) ने 8 फरवरी को बताया कि कंपनी ने कॉरपोरेट स्ट्रक्चर में बदलाव करने की योजना खारिज कर दी है। कंपनी ने कॉरपोरेट स्ट्रक्चर में बदलाव की योजना की समीक्षा करने के बाद यह फैसला लिया है। Vedanta ने स्टॉक एक्सचेंज को दी गई जानकारी में बताया कि समीक्षा के बाद हम इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि मौजूदा स्ट्रक्चर ही सबसे बेहतर है।

Vedanta ने रेगुलेटर को दी गई जानकारी में बताया है कि कंपनी अपने कर बाद मुनाफा (HZL का प्रॉफिट हटाकर) का 30% हिस्सा डिविडेंड के तौर पर बांटेगी।

Vedanta ने पिछले साल नवंबर में यह फैसला किया था कि कंपनी के कॉरपोरेट स्ट्रक्चर में बदलाव और मौजूदा बिजनेस के डिमर्जर या अलग यूनिट बनाने की योजना का समीक्षा किया जाए। इस मामले में एक्सपर्ट और एडवाइजर्स के इनपुट के मुताबिक, कंपनी ने फैसला किया है कि वह कॉरपोरेट बदलाव नहीं करेगी।

Vedanta ने बताया, “बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने मौजूदा स्ट्रक्चर को ही बेहतर बनाया है। लिहाजा हम मौजूदा तरीके से ही बिजनेस चलाया जाएगा। इसके अलावा कंपनी डिमर्जर या कॉरपोरेट स्ट्रक्चर में बदलाव नहीं करेगी।”

Vedanta ने स्टॉक एक्सचेंज को बताया कि इसका कैपिटल आवंटन पॉलिसी “अनुशासन और बैलेंस्ड” ही बना रहेगा। लॉन्ग टर्म बैलेंस शीट मैनेजमेंट के हिसाब से ही फंड आवंटित किया जाएगा।