Lata Mangeshkar: यूएस से लेकर नेपाल और श्रीलंका तक, भारत के साथ ‘गमगीन’ हुई पूरी दुनिया, लता मंगेशकर के निधन पर जताया शोक

भारत की दिग्गज गायिका और दुनियाभर में अपनी आवाज से जादू बिखेरने वाली लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) के जाने से हर कोई दुखी है. भारत सरकार (Indian Government) ने दो दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है. इस दौरान राष्ट्रीय ध्वज भी आधा झुका रहेगा. स्वर कोकिला के जाने के बाद दुनियाभर से शोक संदेश आए हैं. पाकिस्तान (Pakistan on Lata Mangeshkar) लेकर श्रीलंका तक तमाम देशों ने दुख प्रकट किया है. पाकिस्तान के सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने ट्वीट कर कहा, ‘एक लेजेंड नहीं रहीं, लता मंगेशकर एक मैलोडियस क्वीन थीं, जिन्होंने दशकों तक संगीत की दुनिया पर राज किया, वह संगीत की बेजोड़ क्वीन थीं, उनकी आवाज आने वाले समय में भी लोगों के दिलों पर राज करती रहेगी.’

श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने ट्वीट करते हुए कहा, ‘रेस्ट इन पीस भारत की स्वर कोकिला लता मंगेशकर. दशकों के मनोरंजन के लिए धन्यवाद, जिसने सीमाओं को पार किया और ‘संगीत एक सार्वभौमिक भाषा है’ इस वाक्यांश को जीवन दिया. उनके परिवार और भारत के लोगों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है. उनकी यादें उनके संगीत के माध्यम से जीवित रहेंगी.’ भारत में अमेरिका के दूतावास ने कहा, ‘हम भारत के साथ महान गायिका लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं, जिनका आज 92 वर्ष की आयु में निधन हो गया है. इतिहास भारत के संगीत में उनके योगदान को सुनहरे शब्दों में अंकित करेगा.’

फ्रांस ने सर्वोच्च सम्मान का जिक्र किया

भारत में फ्रांस के राजदूत इमैनुएल लेनैन ने कहा, ‘भारत रत्न लता मंगेशकर के निधन से गहरा दुख हुआ. उन्हें उनके अतुलनीय गायन के लिए फ्रांस के सर्वोच्च सम्मान ‘Officier de la Legion d’Honneur’ से सम्मानित किया गया था. दुनियाभर में उनके चाहने वालों और उनके फैंस के प्रति हमारी गहरी संवेदना.’ वहीं बॉम्बे में फ्रांस के महावाणिज्य दूतावास की तरफ से ट्वीट में कहा गया है, ‘महान गायिका और बॉलीवुड आइकन लता मंगेशकर के 92 वर्ष की आयु में निधन के बारे में जानकर बहुत दुख हुआ. उन्हें साल 2009 में मुंबई में फ्रांस के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार, ‘Officier de la Legion d’Honneur’ से सम्मानित किया गया था.’

भारत में नॉर्वे के राजदूत हैंस जैकब फ्रइडनलुंड ने ट्वीट किया, ‘महान गायिका, भारत रत्न लता मंगेशकर जी के दुखद निधन पर भारत के लोगों के प्रति हमारी गहरी संवेदना. क्षति और दुख की इस घड़ी में हम आपके साथ हैं. उनकी आवाज जिंदा रहेगी.’ भारत और भूटान में जर्मन राजदूत, वॉल्टर जे. लिंडर ने लता मंगेशकर की तस्वीर शेयर करते हुए कहा, ‘मेरी आवाज ही, पहचान है… गर याद रहे. भारत की कोकिला लता मंगेशकर गायिका और म्यूजिकल जीनियस का 92 साल की उम्र में निधन हो गया है. एक लेजेंड, एक अपूरणीय आवाज और 7 दशकों से संगीत की दुनिया में रहीं. बहुत दुखद समाचार. उनकी विरासत हमेशा जीवित रहेगी.’

अफगानिस्तान-नेपाल ने श्रद्धांजलि दी

नेपाल की राष्ट्रपति विद्यादेवी भंडारी ने ट्वीट कर कहा, ‘कई नेपाली गीतों को अपनी सुरीली आवाज से सजा चुकीं प्रसिद्ध भारतीय गायिका लता मंगेशकर के निधन की खबर से दुखी हूं. असाधारण प्रतिभा की धनी स्वर्गीय लता मंगेशकर को मैं भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करती हूं.’ भारत में अफगानिस्तान के राजदूत फरीद मामुन्दजई ने कहा, ‘सात दशकों से अधिक समय से भारत की महान गायिकाओं में से एक लता मंगेशकर के निधन से दुखी हूं. मेलोडी की रानी के रूप में, उनके गीतों ने संगीत के माध्यम से हर शैली और संस्कृतियों को जोड़ा है. उन्हें आने वाली पीढ़ियां उनकी विरासत के लिए याद करेंगी.’

भारत में इजरायल के दूतावास की तरफ से ट्वीट कर कहा गया है, ‘भारत की कोकिला लता मंगेशकर जी के निधन के बारे में सुनकर हमें दुख हुआ है. संगीत में उनके योगदान और उनकी आवाज को हमेशा याद किया जाएगा. हम शोक की इस घड़ी में भारत के लोगों के साथ हैं.ॐ शांति.’ भारत में स्वीडन के दूतावास ने कहा है, ‘भारत की कोकिला अब नहीं रहीं! हम भारत और भारतीयों के साथ महान गायिका लता मंगेशकर के निधन पर शोक व्यक्त करते हैं, जो अपनी आवाज के जरिए हमारी यादों में हमेशा जीवित रहेंगी!’

[metaslider id="122584"]
[metaslider id="347522"]