हास्‍य-व्‍यंग्‍य से सराबोर सलीम-अनारकली गाथा के अनूठे मंचन से दिया मोहब्‍बत का पैगाम

भोपाल 6 फरवरी (वेदांत समाचार)।  राजधानी में श्‍यामला हिल्‍स पर स्‍थित रंगश्री लिटिल बैले ट्रुप सभागार में भीष्म साहनी स्मृति नाट्य समारोह के तहत शनिवार को कारवां संस्था की ओर से नाटक ‘मोहब्बत के साइड इफेक्ट’ का मंचन किया गया। डेढ़ घंटे के इस नाटक में आधारशिला रंगमंडल, प्रयागराज के कलाकारों ने अपने भावपूर्ण अभिनय और संवादअदायगी से दर्शकों को मंत्रमुग्‍ध कर दिया। अख्तर अली लिखित और वरिष्ठ रंगकर्मी अजय केशरी द्वारा निर्देशित नाटक में सलीम और अनारकली के माध्यम से समाज की विसंगतियों तथा भ्रष्टाचार को बखूबी रेखांकित किया गया। हास्य-व्यंग्य से सजे इस नाटक में सलीम- अनारकली व बादशाह अकबर के बहाने से आशिक की व्यथा व मोहब्बत और नफरत के बीच जंग को दर्शाते हुए संदेश दिया गया कि मौजूदा दौर में दुनिया को एक सूत्र में बांधकर चलना है तो यह मोहब्बत से ही संभव है।

डायरेक्टर अजय केसरी ने कहा कि कुदरत, इंसानियत, तालीम, पशु-पक्षियों से मोहब्बत से ही दुनिया में हर समस्या का समाधान संभव है। जिस दिन दुनिया से मोहब्बत खत्म हो जाएगी, यह दुनिया भरभराकर गिर जाएगी।मंच पर कलाकार- नाटक में सलीम की भूमिका में नजीम खान, अनारकली की भूमिका में दिव्या शुक्ला, दुर्जन सिंह की भूमिका में अनुराग केसरी, मुर्दे की भूमिका में अमित श्रीवास्तव, बशीर ट्रेलर की भूमिका में नरेंद्र यादव, बादशाह की भूमिका में अजय केशरी ने प्रभावी अभिनय किया। गमगीन की भूमिका में अमित यादव, नेता की भूमिका में कल्याण सिंह, सिपाही की भूमिका में हरि नारायण पांडे ने भी अपनी भूमिका का सफल निर्वाह किया। प्रकाश संयोजन सुजाए घोषाल का था, संगीत संचालन व ढोलक राकेश सिंह और रूप-सज्जा संजय चौधरी की रही।

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