Lata Mangeshkar: भारत रत्न गायिका लता मंगेशकर का आज 92 साल की उम्र में निधन हो गया है. लता मंगेशकर आज किसी परिचय की मोहताज नहीं हैं. उन्हें स्वर कोकिला कहा गया है. उनकी आवाज की पूरी दुनिया दीवानी है. पिछले 6 दशकों से लता मंगेशकर भारतीय सिनेमा को अपनी आवाज दे रही हैं. हिंदी सिनेमा की दिग्गज गायिका लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) के निधन से पूरे देश में शोक की लहर है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि पूरी दुनिया भर में अपनी आवाज का जादू बिखेरने वाले लता मंगेशकर ने अपनी पूरी पढ़ाई घर से कि वो स्कूल से एक कक्षा भी पूरी नहीं पढ़ी हैं. उनके स्कूल (Lata Mangeshkar School Life) ना जाने की वजह भी काफी रोचक है.
लता मंगेशकर के पांच भाई- बहन है और उनमें से दीदी सबसे बड़ी थीं. उनकी बहनों का नाम आशा, मीना, ऊषा हैं और भाई हृदयनाथ मंगेशकर है. सभी ने संगीत को अपनी अजीविका के रुप में चुना है. लता मंगेशकर के पिता का निधन 1942 में हुआ था, इस समय उनकी उम्र 13 साल थी और परिवार की सारी जिम्मेदारी उन पर आ गई थी.
ऐसे छूटा स्कूल
एक शो के दौरान लता मंगेशकर की छोटी बहन आशा भोसले ने बताया कि वह कोल्हापुर के आगे सांगली में 5 साल की उम्र में लता दीदी कोई स्कूल जाते देखती थी. अपनी दीदी को स्कूल जाता देख वह भी उनका हाथ पकड़ कर उनके साथ स्कूल चली जाती थी. कुछ दिन बाद जब स्कूल के मास्टर ने कहा कि एक लड़की की फीस में दो लड़कियां नहीं बैठ सकती हैं तो यह सुनकर लता दीदी को बहुत बुरा लगा. बस इसी बात पर दोनों बहने रोते हुए घर लौट गई और इसके बाद कभी स्कूल नहीं गई.
1929 को इंदौर में हुआ था जन्म लता मंगेशकर का जन्म 28 सितंबर 1929 को इंदौर के मशहूर संगीतकार दीनानाथ मंगेशकर के घर हुआ. लता मंगेशकर ने पांच साल की उम्र में ही गाना शुरू कर दिया था. वह अपने पिताजी से संगीत सीखती थीं. लता मंगेशकर महज 13 साल की थीं, जब उनके सिर से पिता का साया उठ गया. लता के कंधे पर परिवार की जिम्मेदारियां आ गईं, जिसकी वजह से वो स्कूल नहीं जा पाई.
लता मंगेशकर करियर
लता मंगेशकर ने विभिन्न भारतीय भाषाओं में 30 हजार से अधिक गाने गाए. वह भारत ही नहीं विश्व की सबसे प्रसिद्ध और सबसे सम्मानित पार्श्व गायकों में शामिल रहीं. संगीत की पहली शिक्षा उन्हें अपने पिता से मिली. जब वह पांच साल की थी, तब लता ने अपने पिता के नाटकों में एक अभिनेत्री के रूप में काम करना शुरू कर दिया था. 13 साल की उम्र में लता मंगेशकर ने 1942 में अपना करियर शुरू किया. उन्होंने वसंत जोगलेकर की मराठी फिल्म किटी हसाल के लिए अपना पहला गाना रिकॉर्ड किया.
लता मंगेशकर को भारतीय संगीत में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए भारत सरकार ने 1969 में पद्म भूषण, 1989 में दादा साहेब फाल्के पुरस्कार, 1999 में पद्म विभूषण, 2001 में भारत रत्न और 2008 में भारत की स्वतंत्रता की 60 वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में “लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड” से सम्मानित किया गया.
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