भारत की जेलों में कैदियों (Prisoners In India) की संख्या काफी ज्यादा है. कई बार तो कैदियों के लिए पर्याप्त जगह ना मिलने और उन्हें बुनियादी सुविधाएं ना मिलने के सवाल भी उठाए जाते हैं. लेकिन, क्या आप जानते हैं कि जेल में बंद इन कैदियों में एक बड़ी संख्या तो उन कैदियों की हैं, जिन पर अभी तक आरोप सिद्ध नहीं हुए हैं. इन कैदियों को विचाराधीन कैदी (Under Trial Prisoners) माना जाता है, जो अभी तक दोषी साबित नहीं हुए और कोर्ट में उनके मामले चल रहे हैं. वहीं, गृह मंत्रालय ने भी इन कैदियों को लेकर हाल ही में संसद में जवाब पेश किया है. तो ऐसे में जानते हैं कि भारत में इन विचाराधीन कैदियों की संख्या कितनी है.
दरअसल, हाल ही में सांसद डॉक्टर विकास महात्मे ने संसद में गृह मंत्रालय से सवाल पूछा कि देश में विचाराधीन कैदियों की संख्या कितनी है और इनके त्वरित निपटारे के लिए सरकार की ओर से क्या कदम उठाए जा रहे है. इस पर गृह मंत्रालय ने संसद में जवाब पेश किया है कि राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की ओर से जेल संबंधी आंकड़ों का ब्यौरा रखा जाता है और इन्हें अपनी वार्षिक रिपोर्ट ‘प्रिजन स्टेटिसटिक्स इंडिया’ में प्रकाशित करता है. ऐसे में अपडेटेड रिपोर्ड साल 2020 की है.
31 दिसंबर 2020 की स्थिति के अनुसार, जेल में बंद विचाराधीन कैदियों की संख्या काफी ज्यादा है. बता दें कि पूरे भारत में 371848 कैदी ऐसे हैं, जो विचाराधीन हैं. इसमें 28 राज्यों में 352495 कैदी हैं और 8 संघ राज्य क्षेत्र में ऐसे कैदियों की संख्या 19353 है. ये डेटा बताता है कि भारत में करीब पौने चार लाख बिना दोषी साबित हुए ही अभी तक जेल में बंद हैं.
5 साल से भी ज्यादा वक्त से बंद हैं हजारों कैदी
हैरान कर देने वाली बात तो ये है कि इन विचाराधीन कैदियों में कई ऐसे लोग हैं, जो पांच साल से भी ज्यादा वक्त से जेल में बंद हैं. बिना दोषी ठहराए गए ये कैदी पांच साल से कैद में हैं. गृह मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार, 7128 कैदी ऐसे हैं, जो पांच साल से ज्यादा वक्त से जेल में हैं.
इसके अलावा 3 से 5 साल तक के वक्त से 16603 कैदी जेल में हैं. इन कैदियों में दो से तीन साल से 29194 और 1 से 2 साल से 54287 कैदी जेल में हैं. अगर उन कैदियों की बात करें जो सिर्फ तीन महीने तक की अवधि में बंद है तो इन कैदियों की संख्या 130335 है.
कहां सबसे ज्यादा?
बता दें कि उत्तरप्रदेश में सबसे ज्यादा विचाराधीन कैदी जेल में है और उनकी संख्या 80557 है. इसके बाद नंबर बिहार का है, जहां 44187 कैदी ऐसे हैं, जो विचाराधीन हैं. तीसरे नंबर मध्यप्रदेश है, जहां 31712 लोग ऐसे हैं, जो जेल में बंद हैं और अभी कोर्ट में उनके खिलाफ मामले चल रहे हैं.
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