सामना के जरिए शिवसेना ने BJP पर कसा तंज, कहा- राहुल का भाषण क्यों चुभा

महाराष्ट्र (Maharashtra) में कांग्रेस और NCP के साथ मिलकर सरकार चला रही शिवसेना (Shiv Sena) ने एक बार फिर पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) पर तंज कसा है. शिवसेना के मुखपत्र सामना (Saamana) में छपे लेख में कहा गया है कि PM मोदी ने दिल्ली में बीजेपी कार्यकर्ताओं के सामने बोलते हुए कहा कि कल के बजट की वजह से गरीब लखपति बन गए हैं. मालामाल हो गए हैं. इस दौरान बीजेपी के कार्यकर्ता मोदी के भाषण पर तालियां बजाएंगे, उनकी जय-जयकार करेंगे. उन्होंने ऐसा ही किया ये नए लखपति निश्चित तौर पर कहां हैं. प्रधानमंत्री मोदी कहते हैं कि प्रधानमंत्री घर योजना में तीन करोड़ गरीबों को घर देकर 7 साल में लखपति बनाया.मतलब पीएम ने गरीबों का पैसा रियल स्‍टेट में निवेश कर दिया.

दरअसल, उसी दौरान लोकसभा में राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने मोदी के बजट का पोस्टमार्टम किया है. इस दौरान उन्होंने कहा कि मोदी ने दो हिंदुस्तान बनाए एक अमीरों का हिंदुस्तान दूसरा अमीरों का हिंदुस्तान राष्ट्रपति के अभिभाषण में बेरोजगारी पर एक भी शब्द का जिक्र नहीं किया गया. हालांकि इसका अर्थ देश में बेरोजगारी खत्म हो गई है, ऐसा नहीं है. जहां करीब 7 करोड़ बेरोजगार बढ़े हैं और वे गरीबी रेखा के नीचे हैं. जहां पर 84 फीसदी देशवासियों की आय घट गई है और वे तेजी से गरीबी की ओर बढ़ रहे हैं। ऐसे में राहुल गांधी ने दावा किया है कि UPA के काल में 27 करोड़ गरीबों का जीवन स्तर सुधर गया. मगर मोदी सरकार के काल में 23 करोड़ लोग फिर से गरीबी की खाई में धकेल दिए गए.

पीलू मोदी इंदिरा गांधी सरकार की उड़ाते थे धज्जियां

वहीं, राहुल गांधी ने लोकसभा के दौरान अपने भाषण में कहा कि वे विपक्ष के एक प्रमुख नेता हैं. ऐसे में विपक्ष के भाषण के समय प्रधानमंत्री उपस्थित रहे, ऐसी परंपरा रही है. जहां पर पंडित नेहरू से अटल बिहारी वाजपेयी तक सभी ने ही इस परंपरा का पालन किया है. वहीं, अटल जी के सरकार विरोधी भाषण की पंडित नेहरू ने काफी सराहना की है. जहां वैघनाथ के भाषण के समय भी नेहरू उपस्थित रहते थे. ऐसे में मधु लिमये, मधु दंडवते के भाषण में सत्ता पक्ष ने बाधा नहीं डाली. पीलू मोदी इंदिरा गांधी सरकार की धज्जियां उड़ाते थे, परंतु भाषण खत्म होते ही इंदिरा गांधी तुरंत पीलू मोदी को एक चिट्ठी भेजकर भाषण की सराहना करती थीं. हालांकि अब उदारता का वह माहौल खत्म हो गया है.

राहुल गांधी ने बीते दिनों केंद्र की मोदी सरकार पर बोला था हमला

बता दें कि राहुल गांधी के कल के तीखे भाषण पर संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने ओछी भाषा में टिप्पणी की है. इस दौरान सामना के लेख में कहा गया है कि सत्ताधारी पार्टी के अन्य प्रवक्ता भी अपनी पेड साइबर फौज के साथ गांधी पर टूट पड़े हैं. ऐसे में महज प्रधानमंत्री घर योजना के तहत गरीबों को घर दिए, शौचालयों का निर्माण किया ये सरकार के काम ही हैं। बीते 70 सालों से ये काम होते ही रहे हैं. जहां आज सौ लोगों के पास देश की 30 फीसदी संपत्ति है. वहीं, ये सौ लोग कौन हैं? इन सौ लोगों ने अपनी संपत्ति बढ़ाई, साथ ही देश में कितने रोजगार बढ़ाए? इन्हीं सौ लोगों की संपत्ति देश के हवाई अड्डे, बंदरगाह, तेल कंपनियां, कृषि उद्योग हैं। हवाई अड्डों पर आज हमारे शहरों के अथवा देश का नाम नहीं दिखता है, बल्कि इन उद्योगपतियों का नाम दिखता है. राहुल गांधी ने इस पर सवाल खड़ा किया तो उनके खिलाफ अशिष्ट भाषा में टिप्पणी की जाती है.

बीजेपी के प्रवक्ता राहुल गांधी को ठहराने लगे चीन का एजेंट

गौरतलब है कि सामना के मुख पत्र में देश की जनता के 15 हजार करोड़ रुपए मोदी सरकार ने पेगासस स्पायवेअर खरीदने के लिए खर्च किए. यह बर्बादी मतलब देशद्रोह है, परंतु विरोधियों को इस पर संसद में बोलने नहीं दिया जाता है. सरकार के देशद्रोह पर बोलना ही मतलब देशद्रोह, ऐसा नया फंडा तैयार हो गया है. जहां पर पाकिस्तान व चीन हिंदुस्थान के खिलाफ एक साथ आ गए हैं. यह देश के लिए बड़ा खतरा है. लद्दाख में चीन घुस गया है, वो पीछे हटने को तैयार नहीं है. पाकिस्तान द्वारा गुप्त हमले खत्म नहीं हुए हैं. हालांकि अब चीन ने पाकिस्तान को खुला समर्थन दे दिया है. राहुल गांधी ने यह सब संसद के मंच पर कहा और इसके लिए बीजेपी के प्रवक्ता उन्हें चीन का एजेट ठहराने लगे हैं.

चीनी फौज लद्दाख में क्यों घुसी

वहीं, साल 2014 के प्रचार में दिए गए वचन सरकार को याद नहीं है. जहां पर हर किसी के खाते में 15 लाख, महंगाई खत्म करेंगे, इन्कम टैक्स नहीं भरना पड़ेगा, POK फिर से लाएंगे, 2 करोड़ बेरोजगारों को हर साल नौकरी इन वचनों की याद दिलानेवालों को देशद्रोही ठहराया जाता है. इस दौरान राहुल गांधी ने झटका दिया और कहा कि मेरे परनाना पंडित नेहरू देश के लिए 15 साल जेल में रहे. मेरी दादी इंदिरा गांधी ने देश के लिए शरीर पर 35गोलियां झेली, वहीं, पिता राजीव गांधी भी देश के लिए ही शहीद हुए. आप मुझे देश के बारे में क्या सिखाते हो? मुझे मेरा देश अच्छी तरह से पता है, ऐसा तीर राहुल गांधी ने चलाया और इससे सत्ताधारी घायल हो गए.

[metaslider id="122584"]
[metaslider id="347522"]