दुर्ग04 फ़रवरी (वेदांत समाचार)। भिलाई इस्पात संयंत्र के परिवहन और डीजल विभाग ने संयंत्र के आंतरिक परिवहन के लिए 23 बीओबीएसएन वैगनों की खरीद की है। जिसे 2 फरवरी को टी एंड डी विभाग के वैगन रिपेयर शॉप (डब्ल्यूआरएस) में आयोजित समारोह मेें कार्यपालक निदेशक वक्र्स अंजनी कुमार ने औपचारिक रूप से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर मुख्य महाप्रबंधक (सेवाएं), एस एन आबिदी, सीजीएम (यातायात), ए के तिवारी, जीएम (यातायात), टी दस्तीदार, सीजीएम (सीओ एंड सीसीडी), अछूत राव, सीजीएम (एमआरडी) बी प्रसाद राव और संयंत्र के अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।
ईडी वक्र्स अंजनी कुमार ने शुभकामनाएं देते हुए टी एंड डी विभाग के समग्र प्रदर्शन की सराहना की तथा भविष्य में बेहतर प्रदर्षन करने के लिए विभाग को आवष्यक सहायता का आश्वासन भी दिया। कार्यक्रम का संचालन करते हुए वरिष्ठ प्रबंधक (डब्ल्यूआरएस) एम ए आर शरीफ ने बताया कि इन बीओबीएसएन वैगनों को एएमआर योजना के तहत खरीदा गया था। एमएम-आईपीएम के माध्यम से उचित क्रय प्रक्रिया के बाद सभी वैगनों की आपूर्ति मैसर्स ब्रेथवेट एंड कंपनी लिमिटेड, कोलकाता से किया गया है।
प्रोजेक्ट हेड ए के तिवारी और प्रोजेक्ट को-ऑर्डिनेटर जी मलिक ने साथ मिलकर 15 जनवरी को प्रोजेक्ट को पूरा किया। इस प्रोजेक्ट की कुल लागत लगभग 667 लाख रुपये थी, जिसमें प्रत्येक वैगन की लागत लगभग 29 लाख रुपये थी। 23 नए वैगनों के शामिल होने के साथ, प्लांट में बीओबीएसएन वैगन का बेड़ा बढ़कर 56 हो गया है। इन नए खरीदे गए वैगनों का उपयोग हार्ड कोक, नट कोक, कोक फाइन, ब्लास्ट फर्नेस फाइन, स्लैग, गिट्टी और आरयन ओर आदि के परिवहन के लिए किया जाएगा। पूर्व में प्रयुक्त न्यूमेटिकली संचालित उच्च रखरखाव वाली डंप कारों को बदलकर, इन वैगनों के प्रयोग से, जहां लॉजिस्टिक ऑपरेशन आसान हो जाएगा वहीं वैगनों की उपलब्धता में भी सुधार होगा। ये वैगन कच्चे माल के प्रवाह और कोक के रिसाव को कम करके लागत नियंत्रण में भी योगदान देंगे।
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