दुनिया की सबसे चर्चित सोशल मीडिया कंपनियों में से एक मेटा (Meta) की बादशाहत पर अब खतरा मंडराने लगा है. फेसबुक, इंस्टाग्राम और वॉट्सऐप जैसे लीडिंग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स की पैरेंट कंपनी Meta Platforms Inc को अब चीन के सोशल मीडिया ऐप टिकटॉक (TikTok) और गूगल के यूट्यूब (Youtube) से जबरदस्त टक्कर मिल रही है. बताया जा रहा है कि टिकटॉक और यूट्यूब की वजह से मेटा की कमाई पर भी बुरा असर पड़ सकता है. यहां तक कि मेटा ने खुद इस बात को माना है कि आने वाले समय में उनके रेवेन्यू पर बुरा असर पड़ सकता है. बता दें कि बुधवार को मार्क जुकरबर्ग की कंपनी मेटा के शेयर में 20 फीसदी की भारी गिरावट दर्ज की गई है. इसके साथ ही कंपनी के मार्केट कैप में भी 200 अरब डॉलर की भारी कमी आई है.
अनुमान से कम रहा कंपनी का प्रदर्शन
एक रिपोर्ट के मुताबिक इस पूरे मामले में मेटा ने कहा है कि पहली तिमाही में जिस प्रदर्शन का अनुमान लगाया गया था, उसमें गिरावट दर्ज की जा सकती है. कंपनी की मानें तो एप्पल की संशोधित प्राइवेसी पॉलिसी की वजह से फेसबुक और इंस्टाग्राम पर दूसरी कंपनियों के प्रचार चलाने में दिक्कतें आ रही हैं. इसके अलावा सप्लाई चेन से जुड़ी समस्याएं भी मेटा के लिए कई तरह की मुश्किलें खड़ी कर रही है.
टिकटॉक और यूट्यूब ने बढ़ाया मेटा का सिरदर्द
आपको बता दें कि मार्क जुकरबर्ग की कंपनी फेसबुक फरवरी, 2004 में आई थी. वहीं दूसरी ओर चीनी कंपनी बाइटडांस की टिकटॉक सितंबर, 2016 में आई थी. 5 साल पहले आई टिकटॉक ने 18 साल से इंटरनेट पर राज कर फेसबुक को भयानक टेंशन दे रखी है. इतना ही नहीं, टिकटॉक के साथ-साथ यूट्यूब ने भी फेसबुक का सिरदर्द बढ़ा दिया है. दरअसल, फेसबुक के काफी यूजर्स अब टिकटॉक और यूट्यूब पर अपना समय बिता रहे हैं.
मेटा के रेवेन्यू पर बुरा असर पड़ने की आशंका
रिपोर्ट के मुताबिक यूजर्स के इस मूड की वजह से ही आने वाली तिमाही में मेटा के रेवेन्यू पर बुरा असर पड़ सकता है. बताया जा रहा है कि बीते साल की आखिरी तिमाही में फेसबुक के मासिक सक्रिय यूजर्स (Monthly Active Users) की संख्या 2.91 अरब थी, जबकि तीसरी तिमाही में भी कंपनी के एक्टिव यूजर्स की संख्या लगभग इतनी ही थी. तीसरी तिमाही के मुकाबले चौथी तिमाही में फेसबुक के एक्टिव यूजर्स की संख्या में कोई खास बढ़ोतरी नहीं हुई.
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