छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में चाकू मार कर ऑटो चालक की हत्या कर दी गई। ऑटो चालक युवक अपने भाई व भांजे के साथ दशगात्र कार्यक्रम में गया था। इस दौरान रात करीब 8 बजे बाइक सवार दो युवक आए और सड़क में खड़े होने के नाम पर उसके साथ गाली-गलौज करने लगे। ऑटो चालक के मना करने पर एक युवक ने चाकू निकालकर हमला कर दिया। घटना सरकंडा थाना क्षेत्र की है।
जबड़ापारा निवासी राजेंद्र उर्फ छोटन केंवट पिता शनि केंवट (27) ऑटो चालक था। वह अपने भाई राकेश व भांजा शंकर के साथ चांटीडीह के इरानी मोहल्ले में अपनी बुआ के घर दशगात्र कार्यक्रम में शामिल होने गया था। तीनों रात करीब 8 बजे अरपा नदी के किनारे निर्माणाधीन सड़क की ओर गए थे। वहां राजेंद्र ऑटो रोक कर सड़क किनारे खड़ा हो गया। उसी समय चांटीडीह पठान मोहल्ला निवासी शाहिद खान और आवेश खान बाइक से आए।
राजेंद्र को देखकर सड़क पर खड़े होने की बात कहते हुए शाहिद ने गाली-गलौज शुरू कर दिया। राजेंद्र ने उसे गाली देने से मना किया, तब उनके बीच विवाद की स्थिति बन गई। देखते ही देखते बाइक के पीछे बैठे शाहिद ने चाकू निकाल कर राजेंद्र पर हमला कर दिया। जिससे वह खून से लथपथ होकर घायल हो गया। उसके भाई और भांजे ने परिजन के साथ इलाज के लिए उसे CIMS लेकर गए, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
मां के सामने ही बेटे को मार दिया चाकू
राजेंद्र की मां लछनबाई ने पुलिस को बताया कि बाइक सवार दो युवक जब राजेंद्र से गाली-गलौज कर उलझ रहे थे, तब वह मौके पर पहुंच गई। विवाद होते देखकर वह अपने बेटे राजेंद्र को खींच कर ले जा रही थी। तभी एक युवक गाली देते हुए आया और राजेंद्र पर चाकू से हमला कर दिया।
पुलिस के साथ ही आसपास के लोगों की भी भीड़ जुट गई थी
बाइक लेकर भागा आवेश, नदी तरफ भागा शाहिद
इस घटना के बाद बाइक सवार आवेश खान अपनी बाइक लेकर भाग गया। घायल राजेंद्र के परिजन उसे अस्पताल ले जाने में व्यस्त हो गए। तभी हमलावर शाहिद नदी तरफ दौड़ते हुए भाग निकला। पुलिस ने बाइक सवार आरोपी आवेश खान को पकड़ लिया है। जबकि, मुख्य आरोपी शाहिद खान की तलाश की जा रही है।
हत्या के बाद VVIP ड्यूटी से बुलाए गए थानेदार
जिस समय हत्या हुई, तब TI परिवेश तिवारी VVIP ड्यूटी में रायपुर में थे। दरअसल, राहुल गांधी के प्रवास को लेकर उन्हें रायपुर भेजा गया था। हत्या की वारदात के बाद SP पारुल माथुर ने उन्हें वापस बुला लिया है।
महिला अफसरों के भरोसे शहर की सुरक्षा, रात में नहीं उठातीं फोन
शहर की सुरक्षा की जिम्मेदारी महिला पुलिस अफसरों के भरोसे है। ऐसे में रात होने के बाद महिला पुलिस अफसर फोन तक रिसीव नहीं करतीं। सिविल लाइन CSP के साथ ही सिटी कोतवाली CSP भी महिला है। इस स्थिति में लॉ एंड आर्डर होने पर आसपास के थानेदारों को बुलाना पड़ता है। बुधवार की रात जब हत्या की वारदात हुई, तब भी शहर के अन्य थानेदारों को वहां भेजना पड़ा।
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