बाँकल रेत खनन मामले में जांच के चलते जांच स्थल से छेड़खानी का शिवसेना ने किया विरोध, कलेक्टर के नाम एडीएम को सौंपा ज्ञापन


0 साथ ही ग्राम गातापार में अघोषित गौशाला मामले को लेकर अफसरों से दोबारा की चर्चा।


राजनांदगांव, 2 फरवरी (वेदांत समाचार)। बाँकल रेत उत्खनन मामले में शिवनाथ नदी में बनाए गए रैंप से छेड़छाड़ करने की शिकायत को लेकर शिवसेना ने मंगलवार को विरोध दर्ज किया और कलेक्टर के नाम एडीएम को ज्ञापन सौंपा। शिवसेना जिला प्रमुख कमल सोनी, जिला उपाध्यक्ष मोहन सिन्हा, जिला सचिव केके श्रीवास्तव, विधानसभा अध्यक्ष आकाश सोनी और नगर सचिव श्याम पोद्दार ने संयुक्त रूप से बताया कि बाकल रेत उत्खनन मामले की जांच चल ही रही है इस बीच पुराने रैंप से छेड़छाड़ कर रेत हटाकर नीचे पाइप बिछाई जा रही है, संदेह है कि शासन प्रशासन को गुमराह करने के लिए यह कार्य किया जा रहा है। यह गलत है इस मामले की जांच होनी चाहिए और संबंधित पर नियमानुसार कार्रवाई की जानी चाहिए। गौरतलब है कि इस मामले को लेकर सर्वप्रथम ग्रामीणों का समर्थन देकर शिवसेना ने ही विरोध दर्ज किया था तब जाकर प्रशासन कार्यवाही करने के लिए आगे आई। लेकिन मामले में कार्रवाई को लेकर अभी भी ढिलाई बरती जा रही है पर्यावरण विभाग ने पूरी तरह से चुप्पी साध रखी। इसका भी विरोध शिवसेना करती है।

अघोषित गौशाला मामले में अफसरों का ध्यान नहीं


दूसरी ओर ग्राम गातापार मैं संचालित अघोषित गौशाला मामले के निराकरण के लिए अफसर ध्यान नहीं दे रहे हैं। इसलिए बुधवार को एक बार फिर शिवसेना ने एडीएम को ज्ञापन सौंपा। पदाधिकारियों ने कहा कि 21 जनवरी को शिवसेना ने मामले की जानकारी प्रशासन को दी थी और कहा था की गायों को जल्द से जल्द उचित स्थान पर स्थानांतरित किया जाए, लेकिन अब तक मवेशियों का स्थानांतरण नहीं किया गया है, चारा पानी के आभाव में मवेशी मरणासन्न की स्थिति में पहुंच चुके हैं। शिवसेना ने अफसरों से दोबारा माँग की कि शीघ्र मवेशियों को उचित स्थान पर ले जाने का प्रबंध किया जाए।