सड़कें बनेंगी, उद्योग बढ़ेगा, लाखों युवाओं को रोजगार, महाराष्ट्र में बीजेपी ने बजट को बताया बहार

महाराष्ट्र बीजेपी के दिग्गजों ने इस बार के केंद्रीय बजट (Maharashtra BJP on Budget) को आत्मनिर्भर और बलशाली भारत बनाने वाला बजट बताया है. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) के लिए अगले पांच सालों में बहुत काम बढ़ गया है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 25 हजार किलोमीटर नेशनल हाइवे बनाने की घोषणा की है. देश भर में मेट्रो का जाल बिछाने की बात की है. 60 किलोमीटर लंबे 8 रोपवे बनाने की घोषणा की है. 60 लाख नए रोजगार देने की बात की है. साठ लाख नए रोजगार तभी दिए जा सकेंगे जब सड़कें बनेंगी, पुल बनेंगे, मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर और इंफ्रास्ट्र्क्चर सेक्टर का विकास बुलेट की रफ्तार से किया जा सकेगा. यही वो क्षेत्र हैं जिन्होंने चीन को आज दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी इकॉनॉमी बनाया है. इन बातों को ध्यान में रखते हुए बजट को देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने आत्मनिर्भर और बलशाली भारत बनाने वाला बजट बताया है.

इसके इलावा इस बजट में इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए शहरों में चार्जिंग स्टेशन बढ़ाने की बात की है. शहरों में जगह की कमियों को देखते हुए बैटरी अदला-बदली की नीति लाने की बात कही है. यही वजह है कि नितिन गडकरी ने इस बजट को  थ्री -E को बढ़ाने वाला विजनरी बजट बताया है. नितिन गडकरी ने कहा कि इस बजट में एथिक्स, इकॉनॉमी और इन्वायरनमेंट तीनों का ध्यान रखा गया है. गडकरी ने कहा कि यह बजट प्रदूषण मुक्त यातायात देगा. जल और वायु प्रदूषण में कमी आएगी. यह बजट ग्रीन इन्वायरनमेंट की ओर ले जाएगा.

नितिन गडकरी बोले- यह बजट है गांव और गरीब का

नितिन गडकरी के मुताबिक यह बजट गांव-गरीब-मजदूर-किसान का बजट है. उनकी आमदनी कैसे बढ़ाई जाए, उन्हें रोजगार कैसे दिए जाएं, इस बजट में इसी बात को ध्यान में रखा गया है. इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन की घोषणाओं से गडकरी संतुष्ट और खुश दिखाई दिए. उन्होंने कहा, ‘ मेरे पास भारत माला और सागर माला के बाद अब पर्वत माला प्रोजेक्ट आया है. इस साल हम आठ नए प्रोजेक्ट शुरू करेंगे. इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास से नए भारत का निर्माण होगा. रोजगार बढ़ेगा.’

महाराष्ट्र को मिला क्या? तो यह मत है देवेंद्र फडणवीस का

देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि महामारी के बाद भी देश की इकॉनॉमी दुनिया में सबसे तेज रफ्तार से बढ़ने वाली इकॉनॉमी हो रही है. 9.2 फीसदी की दर से ग्रोथ हो रहा है. आप समझ सकते हैं भारत आज कहां जा रहा है. महाराष्ट्र की बात करें तो यहां सहकारिता क्षेत्र की अहमियत कितनी है, यह सबको मालूम है. महाराष्ट्र के शुगर मिलों का टैक्स पहले ही रद्द कर दिया गया था. इस बार सहकारिता क्षेत्र को निजी क्षेत्र से प्रतिस्पर्द्धात्मक बनाने का काम किया गया है. पहले लिए जाने वाले 12 से 15 फीसदी टैक्स को सहकारिता क्षेत्र के लिए  घटा कर 8.5 फीसदी कर दिया गया. यह बहुत बड़ा रिलीफ है.

गांव-गरीब, किसानों और रोजगार के लिए बजट में क्या है, बोले फडणवीस

इसके अलावा फडणवीस ने कहा कि एमएसपी के लिए 2.37 करोड़ अब तक का सर्वाधिक है. 1 लाख मीट्रिक टन तक के उत्पाद की एमएसपी के माध्यम से रिकॉर्ड खरीद की घोषणा की गई है. ऑर्गेनिक खेती को बढ़ावा देने की घोषणा है. द्रोण टेक्नॉलॉजी के इस्तेमाल से क्रॉप मैपिंग कर किसानों के उत्पाद का उत्पादन बढ़ाने की योजना है. गांवों को ब्रॉडबैंड से जोड़ा जाएगा. गांव-गांव में में डाकघर को बैंकिंग से जोड़ने और डिजिटलाइजेशन से किसानों को उनका लाभ डायरेक्ट ट्रांसफर किया जा सकेगा. इतना ही नहीं गांवों में डिजिटलाइजेशन शहर और गांवों के बीच भौगोलिक दूरियों के अंतर को खत्म कर देगा. एग्रो स्टार्ट अप की योजना लाई जा रही है. सिंचाई और माइक्रो सिंचाई क्षेत्र में बड़ा निवेश किया जा रहा है.

इसके अलावा देवेंद्र फडणवीस ने प्रत्येक घर में नल से जल यानी साफ पीने का पानी योजना, पीएम आवास योजना के तहत 80 लाख गरीबों को घर देने की घोषणा को क्रांतिकारी बताया. उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी हाइलाइट इंफ्रास्ट्रक्चर में 7.5 लाख करोड़ का इन्वेस्टमेंट यानी पिछली बार से 25 फीसदी ज्यादा और उससे भी पिछले साल के मुकाबले दुगुना. इससे सबसे ज्यादा रोजगार बढ़ेगा और देश की इकॉनॉमी 7 इंजन की ताकत की रफ्तार से दौड़ेगी.