राजस्थान (Rajasthan) के अलवर जिले (Alwar) में तिजारा फाटक फ्लाई ओवर पर लहूलुहान मिली मूकबधिर नाबालिग मामले (alwar minor girl case) में 14 दिन बीत जाने के बाद एक बार फिर बड़ा खुलासा हुआ है. नाबालिग के साथ कथित तौर पर गैंगरेप पर उसके पिता ने अब चुप्पी तोड़ते हुए पुलिस और प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. लड़की के पिता (alwar minor girl father) ने सोमवार को दावा किया कि दो लोगों ने लड़की को पुल पर फेंका था जहां वह 11 जनवरी को पुलिस को मिली. रिपोर्ट के मुताबिक लड़की के पिता ने कहा कि “मेरी बेटी ने शुरूआत के 10-15 दिन तक हमें कुछ नहीं बताया लेकिन पिछले 4-5 दिनों से वह इशारों में बता रही है कि दो लोगों ने उसे पुल पर फेंकने की कोशिश की.
बता दें कि 15 वर्षीय नाबालिग लड़की जो मानसिक रूप से विक्षिप्त है और बोलने में भी अक्षम है उसके परिवार ने 11 जनवरी को अलवर में लापता होने की सूचना पुलिस (alwar police) को दी थी, इसके बाद अलवर पुलिस को रात करीब 8 बजे तिजारा पुलिया पर लड़की लहूलुहान अवस्था में मिली थी जिसके बाद उसे जयपुर के जेके लोन अस्पताल (jk loan hospital) लाया गया जहां उसकी सर्जरी की गई थी. अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक लड़की अब स्थिर है.
पुलिस जांच पर नहीं है भरोसा : लड़की के पिता
बता दें कि सोमवार को पिता ने अलवर में सर्व समाज न्याय संघर्ष समिति की तरफ से आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में अपनी बात रखते हुए कहा कि हमें पुलिस की जांच पर भरोसा नहीं है और पुलिस प्रशासन मामला दबा देना चाहते हैं. मैं न्याय की मांग करता हूं. नाबालिग के पिता ने पुलिस की जांच पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि मेरी बेटी के साथ रेप हुआ है और वह इशारों में हमें बता ही है कि कैसे दो युवकों ने उसे पुलिया पर पटका है और अधिक पूछने पर वह रोने लगती है.
पिता ने आगे कहा कि यदि यह एक दुर्घटना थी तो उनकी बेटी को सिर या पीठ पर कहीं और चोट क्यों नहीं लगी. गौरतलब है कि इस मामले पर अलवर एसपी ने पहले दिन रेप की आशंका जताई थी और फिर मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर इनकार कर दिया गया था. पिता ने कहा कि “हालांकि, बच्ची यह नहीं बता पा रही है कि उसे किस तरह के वाहन में लाया गया था”.
हम बेटी के लिए बस न्याय चाहते हैं : पिता
उन्होंने कहा कि मेरी बेटी के प्राइवेट पार्ट पर ही चोटें आई है ऐसे में अगर कोई दुर्घटना होती है, तो उसके सिर या कोहनी में चोट लग सकती थी लेकिन कोई अन्य चोट क्यों नहीं हैं? पिता ने कहा कि पुलिस लगातार अपने बयान बदल रही है और हम चाहते हैं कि सीबीआई इस मामले को जल्द से जल्द उठाए और हमें न्याय दे.
पिता ने आगे आरोप लगाते हुए बताया कि जब पुलिस ने शुरू में इसे बलात्कार का मामला माना था और अपहरण, बलात्कार और पोक्सो अधिनियम की धाराओं के लिए आईपीसी की धाराओं के तहत मामला दर्ज भी किया था और मेडिकल रिपोर्ट और तकनीकी सबूत भी इसी ओर संकेत कर रहे हैं तो पुलिस ने क्यों मामला बदल दिया.
वहीं एक अन्य मीडिया रिपोर्ट के हवाले से कहा गया है कि बालिका के पिता ने आरोप लगाया है कि बेटी की एफएसएल रिपोर्ट के बारे में उन्हें जानकारी नहीं दी गई है. वहीं पिता का कहना है कि उनके खून का भी सैंपल लिया गया है और किसी खाली कागज पर उनके हस्ताक्षर भी करवाए गए हैं.
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