कोरबा, 28 जनवरी (वेदांत समाचार)। आरटीओ कार्यालय में पदस्थ बाबू हुए निलंबित छत्तीसगढ़ परिवहन आयुक्त दीपांशु काबरा (Deepanshu kabra) के द्वारा कोरबा जिले के आरटीओ कार्यालय मे पदस्थ बाबू सदानंद जांगड़े को उसके द्वारा घूस लिए जाने की खबर मीडिया में प्रकाशित होने के उपरांत उसके द्वारा शासकीय कार्य के ऐवज में पैसे लेने, परिवहन विभाग की छवि धूमिल करने एवं छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण नियम 1965 का उल्लंघन किए जाने के कारण तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। उन्हें परिवहन विभाग आयुक्त कार्यालय इंद्रावती भवन नया रायपुर मे संबद्ध किया गया है ।
13 जनवरी को तस्वीरें हुई थी वायरल
कोरबा जिले के आरटीओ कार्यालय में जमकर हो रहे भ्रष्टाचार एवं यहां पदस्थ आरटीओ कार्यालय के बाबू सदानंद जांगड़े के द्वारा खुलेआम घूस वसूली करने की तस्वीर हमारे द्वारा 13 जनवरी को प्रकाशित की गई थी जिसमें यह साफ नजर आ रहा था कि कोरबा आरटीओ कार्यालय में पदस्थ सदानंद जांगड़े नामक यह बाबू अपने कार्यालय में हर कार्य एवं हर फाइल के लिए खुलेआम वसूली करता था इससे जुड़ी हुई तस्वीरें प्राप्त होने के बाद हमारे द्वारा इस खबर को प्राथमिकता से उठाया गया था ।
घूसखोरी के साथ लोगों से दुर्व्यवहार का भी आरोप
आरटीओ के बाबू सदानंद जांगड़े की घूस लेते हुए तस्वीरें सामने आने के कुछ दिनों बाद इससे जुड़ा वीडियो भी प्रकाश में आया जिसे देखने के बाद यह समझ में आया कि आरटीओ ऑफिस के इन बाबू के लिए विभाग का कार्यालय, कार्यालय ना होकर किसी कॉलेज के बॉयज हॉस्टल की तरह था जिसमें उसके द्वारा ना केवल खुलेआम घूसखोरी बल्कि अपशब्दों का प्रयोग आपत्तिजनक मांगे आदि कई तरह के कृत्यो को अंजाम दिया जाता था । कार्यालय में इस तरह का खुलेआम व्यवहार समझ से परे था ।
आरटीओ कार्यालय कोरबा में यहां के कर्मचारियों का आरटीओ एजेंट से मिलीभगत की खबरें आए दिन सामने आती रहती है । अगर नियम से आप कोई काम करवाना चाहेंगे तो आपको इस कार्यालय के अनेक चक्कर लगाने पड़ सकते हैं लेकिन अगर आपने दक्षिणा दे दी तो 24 घण्टे के भीतर आपका काम बन जायेगा ।
आपको बता दें कि आरटीओ ऑफिस के बाबू सदानंद जांगड़े के खिलाफ लंबे समय से घूसखोरी की शिकायतें मिल रही थी । अब इन बाबू के निलंबन से लोगों ने काफी राहत महसूस की है ।
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