चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) ने अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) के अपर सियांग जिले के निवासी किशोर मिराम तारोन को ‘दमई बॉर्डर पर्सनल मीटिंग’ बिंदु पर भारत की सेना को सौंप दिया है. इस मामले को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने तसल्ली जताई है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है. उन्होंने मिरान को लेकर किए गए अपने पुराने ट्वीट को रिट्वीट करते हुए पीएम मोदी से पूछा है कि चीन ने जिस भारतीय जमीन को कब्जाया है उसे कब वापस किया जाएगा.
राहुल गांधी ने कहा, ‘मिराम तारोन को चीन ने वापस लौटा दिया है ये जानकर तसल्ली हुई. जिस भारत भूमि पर चीन ने कब्ज़ा किया है वो कब वापस मिलेगी, प्रधानमंत्री जी?’ इससे पहले उन्होंने 23 जनवरी को ट्वीट किया था, ‘सरकार हो तो फर्ज निभाओ, मिराम तारोन को वापस लाओ!’
दरअसल, अपर सियांग जिले के जिडो गांव का 17 वर्षीय मिराम तारोन इस साल 18 जनवरी को वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास उस वक्त लापता हो गया था जब वह अपने दोस्त के साथ शिकार करने के लिए निकला था. मिराम तारोन के लापता होने के तुरंत बाद भारतीय सेना ने चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी से लड़के की सुरक्षित रिहाई के लिए हॉटलाइन पर बातचीत की थी. पीएलए ने 26 जनवरी को पुष्टि की थी कि तारोन को ‘दमई बॉर्डर पर्सनल मीटिंग’ बिंदु पर भारतीय सेना को सौंप दिया जाएगा.
मीराम तारौन को चीन ने वापस लौटा दिया है ये जानकर तसल्ली हुई।
भारतीय सेना ने चीन की पीएलए को दिया धन्यवाद
तेजपुर में रक्षा विभाग के जनसंपर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल हर्षवर्धन पांडे ने बताया कि तारोन उत्साहित है और वतन लौटकर खुश है. उसने और उसके परिवार ने सुरक्षित वापसी की खातिर भारतीय सेना एवं सरकार के गंभीर प्रयासों के लिए आभार जताया. भारतीय सेना ने दोनों देशों के बीच सीमा रक्षा सहयोग समझौता को बरकरार रखने के लिए चीन की पीएलए को धन्यवाद दिया जिस कारण भारतीय किशोर की वापसी हो सकी.
चीन ने 20 जनवरी को भारतीय सेना को दी थी सूचना
इससे पहले कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर किशोर की भारत में सुरक्षित वापसी की सूचना साझा की थी. उन्होंने कहा कि युवक को गुरुवार को अरुणाचल प्रदेश में ‘वाचा-दमई इंटरेक्शन प्वाइंट’ पर भारतीय सेना को सौंप दिया गया. मंत्री ने एक ट्वीट में बताया था कि लड़के की चिकित्सकीय जांच सहित अन्य प्रक्रियाएं पूरी की जा रही हैं. बाद में एक अन्य ट्वीट में, रिजिजू ने पीएलए के साथ मामले को सावधानीपूर्वक आगे बढ़ाने और युवाओं को सुरक्षित वापस लाने के लिए सेना को धन्यवाद दिया था. उन्होंने सैनिकों के साथ खड़े युवक की तस्वीर भी साझा की थी. लोकसभा सांसद रिजिजू ने मंगलवार को बताया था कि चीन ने 20 जनवरी को भारतीय सेना को सूचित किया था कि उन्हें अपनी ओर एक लड़का मिला है और उसकी पहचान की पुष्टि के लिए और जानकारी मांगी थी.
[metaslider id="347522"]