90 के दशक के सुपरस्टार गोविंदा और ‘द कपिल शर्मा शो’ (The Kapil Sharma Show) के कलाकार कृष्णा अभिषेक (Krushna Abhishek) के बीच कुछ वक्त पहले काफी तनाव देखा गया था. सोशल मीडिया से लेकर कॉमेडी स्टेज शो तक गोविंदा और कृष्णा (Govinda-Krushna Fight) के बीच मामला सीरियस दिखाई दिया था. हाल ही में कॉमेडियन कृष्णा अभिषेक ने मामा गोविंदा संग अपने मनमुटाव को लेकर अपना पक्ष फिर से रखा. वहीं टीवी एक्टर ने मामा गोविंदा के हाल ही में आए 90s स्टाइल के गानों पर भी रिएक्शन दिया. इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक एक्टर ने कहा कि वह चाहते हैं कि गोविंदा मामा संग उनके सारे गिले शिकवे दूर हो जाएं औऱ उनके बीच की दूरियां जल्द खत्म हो जाएं.
मामा की बात सुन गुस्से में आ गए थे कृष्णा
कृष्णा ने इस बात को भी कबूल किया कि उन्हें मामा गोविंदा की कुछ बातों पर बेहद गुस्सा आ गया था. उन्होंने कुछ ऐसी चीजें कहीं जिन्हें सुनकर कृष्णा गुस्से में आ गए थे. कृष्णा अभिषेक ने कहा- ‘हां, मुझे गुस्सा आ गया था, उन्होंने कुछ ऐसी बातें कह दी थीं. आखिर हम हैं तो एक ही परिवार’. गोविंदा और कृष्णा की इस लड़ाई को लेकर कुछ लोगों का मानना था कि पब्लिसिटी पाने के लिए ये सब किया जा रहा है.
पब्लिसिटी के लिए लड़ाई?
ऐसे में अब कृष्णा ने इस बात का जवाब देते हुए कहा- ‘हमें ऐसी पब्लिसिटी की क्या जरूरत? मुझे नहीं चाहिए ऐसी पब्लिसिटी, और गोविंदा मामा मुझसे कई गुना बड़े स्टार हैं. हमें जीने के लिए ऐसी पब्लिसिटी की जरूरत नहीं है. ये हमारा नुकसान ही करा सकती हैं, फायदा नहीं. कई बार चीजें हमारे हाथों से निकल जाती हैं. मैं मानता हूं कि मामा की कहीं कुछ बातों ने मनुझे दुख पहुंचाया, मैं बहुत हर्ट हुआ. मुझे बहुत गुस्सा भी आया. फिर मैंने गुस्से में उनकी बातों के जवाब भी दिए जो कि बाद में सुर्खियां बन गईं. मैं यही कहना चाहूंगा कि मैं उनके बेटे जैसा ही हूं. मैं कई बातों पर नाराज हो सकता हूं लेकिन हम रहेंगे तो हमेशा परिवार ही.’
गोविंदा के गानों पर भांजे कृष्णा ने दिया रिएक्शन
एक्टर ने गोविंदा के हाल ही में आए गानों पर रिएक्ट करते हुए कहा- ‘कोई फर्क नहीं पड़ता कि लोग क्या कहते हैं. कोई फर्क नहीं पड़ता कि वह ट्रोल हो रहे हैं. वह हमेशा बेस्ट रहेंगे. गोविंदा में अभी भी वो फायर मौजूद है. वो कोई भी कमाल कर सकते हैं. गोविंदा हमेशा मेरे हीरो, एक इंस्पिरेशन ही रहेंगे. गोविंदा हमेशा हीरो नंबर 1 रहेंगे. वो बचपन से मेरे आदर्श रहे हैं. गोविंदा से बढ़कर कोई है ही नहीं. मैं आशा करता हूं कि गोविंदा मामा को ढेर सारा अच्छा काम मिले और वह वही शोहरत दोबारा हासिल करें जो उन्हें पहले मिली थी.’
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