पीक पर आ रहा कोरोना और जबलपुर जिला अस्पताल में एक्स-रे फिल्म का टोटा

जबलपुर, 22 जनवरी (वेदांत समाचार)।  जिले में कोरोना संक्रमण की तैयारी की एक नजीर विक्टोरिया अस्पताल में दिखी। जहां कोरोना संक्रमण की जांच करने के लिए होने वाला एक्स-रे की फिल्म ही नहीं है। मरीजों का एक्स-रे तो प्रतिदिन हो रहा है लेकिन रिपोर्ट उन्हें मोबाइल पर दी जा रही है। जिन मरीजों के पास एड्राइड मोबाइल नहीं है उन्हें रिपोर्ट ही नहीं मिलती है। ऐसी स्थिति पिछले सात माह से ज्यादा वक्त से बनी हुई है। अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि भोपाल से केंद्रीय खरीदी प्रक्रिया अटकने की वजह से यह परेशानी हुई है। हैरानी इस बात की है कि कोरोना की तीसरी लहर का पीक नजदीक है और ऐसे वक्त में ये कमी मरीजों पर भारी न पड़ जाए। सवाल ये है कि रेडक्रास समिति और जनप्रतिनिधियों का भारी भरकम बजट होने के बावजूद मरीजों को दिक्कत का सामना क्यों करना पड़ रहा है।

जिला अस्पताल में सिविल सर्जन डा.राजकुमार चौधरी ने कहा कि पिछले कई माह से एक्स रे फिल्म की किल्लत है। भोपाल से केंद्रीयकृत खरीदी हाेनी है जिसके बाद फिल्म उपलब्ध होगी। अभी स्थानीय स्तर पर कुछ फिल्म खरीदी जा रही है जिसका उपयोग एमएलसी और गंभीर मरीजों के उपचार के लिए की जाती है। उन्होंने कहा कि बाकी मरीजों को अभी वाट्सएप और मोबाइल पर एक्स रे की जांच दी जाती है। जिन मरीजों के पास एंड्राएड मोबाइल फोन नहीं है उन्हें जांच रिपोर्ट नहीं दी जाती है। याद रहे कि 250 से ज्यादा एक्स रे हर दिन जिला अस्पताल में होते हैं ऐसे में उन्हें जांच रिपोर्ट नहीं मिलने से उपचार में इसका लाभ नहीं मिल पाता है।

कैसे लड़ेंगे कोरोना से :

बिना एक्स-रे फिल्म के कोरोना संक्रमण की जांच कैसे संभव होगी। विक्टोरिया में लगातार कोरोना संक्रमित मरीज पहुंच रहे हैं। जिनके सीने में संक्रमण का स्तर जांचने के लिए सबसे पहले एक्स-रे कराया जाता है। उसी की जांच के आधार पर चिकित्सक परामर्श देते हैं। अब जबकि फिल्म ही नहीं तो गरीब और निम्न वर्ग के मरीजों के लिए महंगी दर पर बाहर एक्स-रे करवाना पड़ रहा है।