राजस्थान में महिला अत्याचार और किशोरियों के साथ आपराधिक घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं. ताजा मामला बारां जिले से है. यहां एक तांत्रिक ने इलाज के नाम पर किशोरी का रेप किया. आरोपी ने पहले पीड़िता के माता-पिता को सामान लाने भेज दिया. इसके बाद अपने गंदे इरादों को अंजाम दिया. पीड़िता के बयान के आधार पर आरोपी को पुलिस ने दबोच लिया है. पीड़िता ने यह भी बताया कि उसके साथ डरा-धमकाकर घटना को अंजाम दिया गया था.
बीमारी के इलाज के नाम किया रेप
मामला कवाई थाना क्षेत्र का है. थानाप्रभारी किरदार अहमद ने बताया कि 17 साल की किशोरी पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रही थी. 19 जनवरी की शाम परिजन उसे मुसई गुजरान गांव के जानतेर उर्फ भोपा रघुवीर मेघवाल(45) के यहां झाड़-फूंक करवाने ले गए. आरोपी रघुवीर ने किशोरी के परिवार को पूजा सामग्री लेने भेज दिया. फिर मौका पाकर आरोपी ने किशोरी डरा धमकाया. उसके साथ रेप की वारदात को अंजाम दिया.
किशोरी की आपबीती सुन कांप उठा परिजनों का कलेजा
किशोरी से रेप की वारदात कर आरोपी मौके से फरार हो गया. जिसके बाद जब घरवाले पूजा सामग्री लेकर पहुंचे तो किशोरी ने परिजनों को आपबीती सुनाई. पीड़िता को लेकर परिजन थाने पहुंचे और आरोपी भोपा के खिलाफ मामला दर्ज करवाया. पुलिस ने पीड़िता का मेडिकल करवाया और बयान दर्ज कराए. वहीं, पुलिस ने बीती शुक्रवार शाम आरोपी रघुवीर मेघवाल को गिरफ्तार कर लिया.
15 साल की नाबालिग लड़की से रेप
बता दें, बीती 12 जनवरी को अलवर (Alwar) जिले में एक मूक बधिर 15 साल की नाबालिग लड़की के साथ रेप का मामला सामने आया था. है. घटना के मुताबिक आरोपियों ने रेप के बाद नाबालिग को बेहोशी की हालत में फेंक दिया और फरार हो गए थे. मौके पर पहुंची पुलिस को पीड़ित बालिका के प्राइवेट पार्ट्स में गंभीर इंटरनल इंजरी मिली थी. जिसे तत्काल आईसीयू में भर्ती करवाया गया था.
दुष्कर्म के मामलों में देश में पहले पायदान पर राजस्थान
केंद्र सरकार की एजेंसी नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की ओर से पेश किए गए साल 2020 के आंकड़े में राजस्थान दुष्कर्म के मामलों में देश में पहले पायदान पर है. ऐसी ही स्थिति हत्या, महिला अपराध, मानव तस्करी, अपहरण और अन्य गंभीर अपराधों में देखने को मिल रही है.
देश में दुष्कर्म के मामलों की स्थिति
पहले नंबर पर राजस्थान- 5 हजार 310 मामले दूसरे नंबर पर उत्तरप्रदेश- 2 हजार 769 मामले तीसरे नंबर पर मध्यप्रदेश- 2 हजार 339 मामले चौथे नंबर पर महाराष्ट्र- 2 हजार 61 मामले पांचवे नंबर पर आसाम- 1 हजार 6 57 मामले
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