पीएचसी मंदिर हसौद में 24 घंटे के अंदर हुए 11 सुरक्षित प्रसव,प्रसव उपरांत सभी जच्चा और बच्चा स्वस्थ

रायपुर 22 जनवरी 2022। मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाओं में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भी अग्रणी भूमिका निभा रहे है । प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मंदिर हसौद में 24 घंटे में 11 सफल संस्थागत प्रसव कराए गए है । प्रसव उपरांत बच्चों का नियमित टीकाकरण भी स्वास्थ्य केंद्र पर किया गया है। प्रसव उपरांत सभी जच्चा और बच्चा स्वस्थ है। प्रसव उपरांत नवजात शिशु का स्वास्थ्य बेहतर रहे इसके लिए प्रथम घंटे के अंदर ही स्तनपान करवाया गया और उसके महत्व के बारे में भी बताया गया साथ ही साथ आए हुए सहयोगियों को भी कंगारू मदर केयर और स्तनपान के बारे में भी बताया गया। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मंदिर हसौद में प्रसव के लिए आई दिव्या सहतोड़े बताती है: ‘’जब गर्भधारण हुआ था उसके एक माह के भीतर ही मितानिन दीदी के सहयोग से सभी प्रसव पूर्व जांचें करवाई गयीं। जब प्रसव का समय  आया तो मितानिन स्वास्थ्य केंद्र में लेकर आयीं। और यहाँ पर मेरा सामान्य प्रसव हुआ । इसके बाद स्वास्थ्य केंद्र पर मुझे बच्चे को स्तनपान कराने और शुरुआती 42 दिनों तक उसकी विशेष देखभाल की जानकारी भी प्रदान की गई ।“इस बारे में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय के मीडिया प्रभारी गजेंद्र डोंगरे ने बताया: ’’ पीएचसी मंदिर हसौद में 24  घंटे के अंदर 11  सफल संस्थागत प्रसव करवाए गए है । पीएचसी  प्रभारी एवं नर्सिंग स्टाफ के सहयोग से विशेषज्ञों की टीम बनाकर सभी प्रसव कराए गए ।“

संस्थागत प्रसव कराने पर मिलते  हैं 1,400 रुपये

मातृ मृत्यु और शिशु मृत्यु  को कम करने के लिए शासन और स्वास्थ विभाग संस्थागत प्रसव को बढ़ावा दे रही है। प्रसव घर पर न हो मितानीन द्वारा इसका विशेष ध्यान रखा जा रहा है, संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने से मातृ मृत्यु और शिशु मृत्यु  को कम किया जा सकता हैं । इसलिए शासन द्वारा जननी सुरक्षा योजना भी बनाई गयी है । जिसमें ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं के लिए 1400/- रुपये एवं शहरी क्षेत्रों की महिलाओं के लिए 1000/- रुपए देने का प्रावधान भी रखा गया है। प्रसूता को प्रसव के बाद 3 दिन संस्था में रोका जाता हैं । इस दौरान उसके लिए भोजन की व्यवस्था भी की जाती है ।

पीएचसी की  प्रभारी डॉ. विजय लक्ष्मी अनंत ने बताया: ’’केंद्र पर प्रतिमाह 15 से 16 सामान्य प्रसव कराए जाते हैं । यह पहला मौका है जब 24 घंटे में 12 सामान्य प्रसव कराए गए हैं। टीम के लिए यह एक चुनौती थी । लेकिन आपसी समन्वय से समस्त प्रक्रिया को सरलता से पूरा किया गया । सभी हितग्राहियों को जननी सुरक्षा कार्यक्रम के तहत लाइका महतारी किट का वितरण भी किया गया जिसमें बच्चों की मच्छरदानी, साबुन, तेल, पाउडर, विटामिन डी 3 ड्रॉप, माता के लिए प्रोटीन पाउडर, सेनेटरी पेड, मेडिसिन आदि रहता है । सरकार द्वारा दी जाने वाली समस्त सुविधाएं भी केंद्र के माध्यम से प्रदान की जा रही है ।“प्रसव की पूरी प्रक्रिया में आरएमए श्रीमती प्रतिभा साहू, स्टाफ नर्स श्रीमती रेशमा सरदार, श्रीमती तोषीमा डेहरिया, आरएचओ (महिला) श्रीमती सपना पलित, श्रीमती माधुरी साहू, श्रीमती ललिता पाटले, वार्ड आया श्रीमती बेला साहू, श्रीमती बबीता टंडन का महत्वपूर्ण सहयोग रहा।