साइबर अपराधियों के निशाने पर दुनिया की मशहूर जांच एजेंसी, ‘अलर्ट’ करने के लिए एजेंसी ने उठाया यह कदम

दुनिया भर के ऑनलाइन और साइबर अपराधियों (Online Fraud Cyber Criminal) ने अब यूरोपोल (Europol) को ही निशाना बनाना शुरु कर दिया है. निशाने पर संस्था ही नहीं अपितु उसके कर्ता-धर्ता हैं. मतलब यूरोपीय संघ यानी यूरोप के 28 संघीय देशों की सबसे बड़ी जांच एजेंसी यूरोपोल (Online cheating in the name of Europol) के कार्यकारी निदेशक और उप-कार्यकारी निदेशक (Online Scam in the name of Europol’s Executive and Deputy Executive Director) के नाम पर ऑनलाइन फ्रॉड शुरु कर दिया गया है. इन तमाम सनसनीखेज तथ्यों का खुलासा खुद यूरोपोल (Europol online scam) ने किया है.

यूरोपोल ने दुनिया को आगाह करते हुए बताया है कि, उसके टॉप-बॉसेस के नाम पर लोगों को फर्जी ईमेल भेजे जा रहे हैं. यह ईमेल अंग्रेजी और संबंधित देशों की स्थानीय भाषा में भी हो सकते हैं. हेग स्थित यूरोपोल के हेडक्वार्टर ने यह तमाम सनसनीखेज खुलासे हाल ही में किए हैं. यूरोपोल मुख्यालय से जारी अधिकृत बयान के मुताबिक,”कुछ समय से दुनिया भर की पुलिस और जांच एजेंसियों से जुड़े अधिकारियों, कार्यालयों और लोगों को यूरोपोल के कार्यकारी और उप-कार्यकारी निदेशक के नाम से ईमेल भेजे जा रहे हैं. इन ईमेल में तरह तरह की बे-सिर पैर की बातें की जा रही हैं. इनमें से कई मेल धमकी भरे भी हैं.

हर फर्जी ईमेल में यूरोपोल अधिकारियों का नाम

इसके अलावा इस तरह की खबरों के बेजा प्रचार-प्रसार के लिए सोशल मीडिया के अन्य माध्यमों का भी नाजायज इस्तेमाल लगातार किया जा रहा है.” हर ईमेल या फिर अन्य तरह से सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स के जरिए प्रचारित-प्रसारित की जा रही भ्रामक सूचनाओं में यूरोपोल के कार्यकारी निदेशक और उप-कार्यकारी निदेशक का खुलकर जिक्र किया जा रहा है. यूरोपोल के इन दोनो टॉप बॉसेस का जिक्र इस तरह से किया जा रहा है जैसे कि मानो, ईमेल उन्हीं की ओर से या उनकी ही अनुमति के बाद भेजे जा रहे हों. यूरोपोल तक यह स्कैम कहिए या फिर ऑनलाइन स्कैंडल की खबरें तब पहुंचीं.

साइबर अपराधियों की करतूत ऐसे खुली

जब, इस तरह के आपत्तिजनक मेल कई देशों के अंतरराष्ट्रीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों से जुड़े अधिकारियों के पास भी पहुंचे. यूरोपोल के अधिकारियों के नाम पर भेजे गए इन फर्जी ईमेल को पाने वाले, संबंधित देशों की प्रवर्तन और जांच एजेंसियों के मुख्यालयों या उनके अधिकारियों ने जब इसकी पुष्टि हेग स्थित यूरोपोल मुख्यालय से की. तब दुनिया भर में बवाल मचना शुरू हुआ. पता चला कि इस तरह के ईमेल तो यूरोपोल की ओर से किसी ने किसी भी देश की प्रवर्तन या जांच एजेंसी मुख्यालय या फिर उनके किसी अधिकारी के नाम से कभी भेजे ही नहीं हैं. यह फर्जी ईमेल दुनिया के तमाम देशों की जांच एजेंसियों के अधिकारियों को उनके देश की मात्र भाषा और अंग्रेजी में भेजे जा रहे थे.

यूरोपोल मुख्यालय की यह है रणनीति

लिहाजा जैसे ही यूरोपोल मुख्यालय को अंदेशा हुआ कि यह उनकी ख्याति प्राप्त संस्था को बदनाम करने की मंशा से किया जा रहा है. यूरोपोल मुख्यालय ने तत्काल इस बारे में दुनिया भर की जांच और प्रवर्तन एजेंसियों को अलर्ट करना शुरु कर दिया. यूरोपोल मुख्यालय ने इस स्कैंडल से दुनिया को अलर्ट करने के लिए एक सूचना अपनी अधिकृत बेवसाइट पर भी डाल दी. ताकि साइबर अपराधियों द्वारा ऑनलाइन इस तरह दुनिया भर की एजेंसियों को गुमराह करने के लिए चलाए जा रहे स्कैण्डल को तुरंत रोका जा सके. आगाह करते हुए यूरोपोल मुख्यालय ने कहा है कि, इस तरह के फर्जी संदेश किसी भी देश की संस्था, उसके अधिकारी, या फिर किसी भी व्यक्ति को अगर मिलते हैं, तो वो तत्काल अपनी जांच एजेंसियों को बताए.

इसलिए दुनिया में खास है यूरोपोल

साथ ही इस बारे में संबंधित लोग तत्काल एक फॉर्म को भरकर यूरोपोल मुख्यालय को भी सूचित कर सकते हैं. यूरोपोल मुख्यालय ने जारी बयान में उस फॉर्म को भी वेबसाइट पर अपलोड किया है, जिसे भरकर यूरोपोल मुख्यालय को भेजे जाने का अनुरोध किया गया है. ताकि उन तमाम तथ्यों, शिकायतों की जांच/पुष्टि अपने स्तर पर खुद यूरोपोल की टीमें भी कर सकें. आईए जानते हैं कि आखिर साइबर अपराधियों के मकड़जाल में फंसी यूरोपोल दुनिया में क्या है और उसकी अहमियत क्यों और कैसे है? दरअसल यूरोपोल यूरोपीय संघ में मौजूद 28 देशों की सबसे बड़ी जांच एवं प्रवर्तन एजेंसी है. यह एक एजेंसी है जिसका ड्रग, मानव तस्करी सिंडीकेट को तबाह करने में दुनिया भर में कोई दूसरा प्रतियोगी साथी नहीं है.

यूरोपोल को सीधे गिरफ्तारी का ह़क नहीं

सन् 1998 में गठित/निर्मित इस प्रवर्तन एजेंसी को अपने कार्य-अधिकार क्षेत्र में सीधे अपनी मर्जी से किसी को गिरफ्तार करने का अधिकार नहीं है. मगर जैसे ही इसे अपने संघीय देशों के किसी भी संबंधित अधिकृत उच्चाधिकारी द्वारा किसी आपराधिक मामले की जांच सौंपी जाती है. संबंधित संस्था, अपराधी के खिलाफ जैसे ही एजेंसी को कोई सबूत हाथ लग जाते हैं. तो यूरोपोल उसे गिरफ्तार करने का ह़क रखती है. यूरोपोल की मुख्य जिम्मेदारी यूरोपीय संघ के देशों की सीमा में हर किस्म के अपराधों, अपराधियों पर नजर रखकर, उन्हें नेस्तनाबूद करने की है. इसके साथ ही इन देशों के लिए खुफिया सूचनाएं एकत्रित करना भी इसी संस्था की प्रमुख जिम्मेदारी है.

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