भोपाल, 20 जनवरी (वेदांत समाचार)। प्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर लगातार तीव्र होती जा रही है। इसके साथ ही रोज मिलने वाले मरीजों का आंकड़ा भी सतत रूप से बढ़ रहा है। बुधवार को प्रदेश में कोरोना के 9385 नए मामले सामने आए। कुल 80,072 सैंपलों की जांच में इतने मरीज मिले हैं। इसके साथ ही सक्रिय मरीजों की संख्या 49,741 हो गई है। आज यह आंकड़ा 50 हजार पर पहुंच सकता है। सक्रिय मरीजों में 685 मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं। प्रदेश में मंगलवार के मुकाबले बुधवार को 1788 मरीज बढ़े हैं।
तीसरी लहर में एक दिन में यह सबसे ज्यादा बढ़ोतरी है। इस दौरान ग्वालियर में एक मरीज की मौत भी हुई है। बुधवार को इंदौर में 3008 और भोपाल में 1710 संक्रमितों की पहचान हुई है। प्रदेश में कोरोना मरीजों की यह संख्या बाकी के जिलों से सर्वाधिक है। राहत की बात यह है कि मंगलवार की तुलना में बुधवार प्रदेश भर में मौतों का आंकड़ा पांच से सिमट एक पर आ गया है। दूसरे दिन भी आगर मालवा में कोई संक्रमित नहीं मिला है तो वहीं कटनी जिले में भी बुधवार को कोरोना मरीज नहीं मिले हैं।
ठीक होने वाले मरीजों की संख्या कमजिस रफ्तार से कोरोना के नए मरीज मिल रहे हैं, उसके अनुरूप ठीक होने वाले मरीजों की संख्या काफी कम है। हेल्थ बुलेटिन के मुताबिक बुधवार को करीब 3000 कोरोना मरीज ठीक हुए थे जो कि गुरुवार सुबह दस बजे तक 3600 मरीज ही ठीक होना बताए गए हैं जबकि बीते चौबीस घंटे में 1788 मरीज बढ़े हैं।
इन जिलों में मिले सर्वाधिक कोरोना मरीज
जिले————————संक्रमितइंदौर—————3005भोपाल—————1710ग्वालियर —————640जबलपुर—————520
उज्जैन—————252सागर —————233धारा—————194बैतूल—————107दतिया—————155खरगोन—————173रतलाम—————152
सीहोर—————126शहडोल—————148सिंगरौली—————106
अब तक मिले 8.62 हजार संक्रमित
प्रदेश में कोरोना के अब तक 8 लाख 62 हजार 29 संक्रमित मिल चुके हैं। इनमें से 8 लाख एक हजार 735 संक्रमित ठीक हो चुके हैं। वहीं 10 हजार 553 संक्रमितों की मौत हो चुकी हैं। सबसे अधिक कोरोना की दूसरी लहर में मौतें हुई थी। जिसमें लगभग हर दूसरे परिवार ने अपने किसी परिचित व करीबी को खोया था।
इन जिलों में ज्यादा सक्रिय संक्रमित
प्रदेश के इंदौर, भोपाल, ग्वालियर और जबलपुर में कोरोना के सबसे ज्यादा सक्रिय मरीज हैं। भोपाल में 8934, इंदौर में 15751, ग्वालियर में 4224 सक्रिय मरीज है। इनमें से 95 फीसद होम आइसोलेशन में है और इलाज ले रहे हैंं टेलीमेडिसीन सेवा के तहत डाक्टर इन्हें जरूरी परामर्श दे रहे हैं।
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