प्रेमी ने महिला को उतारा मौत के घाट

रायगढ़ 16 जनवरी (वेदांत समाचार)। 14 जनवरी की देर शाम हाइवे-49 में ग्राम चारभांठा दर्राडोली के पास एक अज्ञात महिला का शव मिला था। सूचना पर थाना प्रभारी भूपदेवपुर अमित शुक्ल मौके पर पहुंचे। वहीं सायबर सेल, डॉग स्क्वॉड और फोरेंसिक टीम भी मौके पर पहुंचे। रिपोर्टकर्ता घनश्याम पटेल ने बताया कि गांव के भूनेश्वर पटेल के खेत के पास एक 25-30 वर्ष की महिला पैरा के ऊपर निर्वस्त्र पड़ी थी, नजदीक जाकर देखने पर धारदार हथियार से गले को काटने का निशान दिखा।

शव से कुछ दूरी पर रेल्वे टिकिट और देशी प्लेन शराब के साथ गोवा अंग्रेजी शराब की खाली बॉटल पड़ी थीं। ऐसे में अज्ञात आरोपी पर अपराध क्रमांक 08/2022 धारा 302 IPC का अपराध पंजीबद्ध कर किया गया है।
पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा के दिशा निर्देश पर घटना के बाद से एसडीओपी खरसिया, थाना भूपदेवपुर, चौकी खरसिया और साइबर सेल के स्टाफ के साथ कैम्प कर घटना के सभी पहलुओं पर बारीकी से जांच की गई। शव के परीक्षण पर मृतिका के दाहिने हाथ में अनूप कुमार नाम का गोदना था, और रेल्वे के टिकट बेलपहाड़ का था। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन पर तत्काल पुलिस की एक टीम बेलपहाड़ ओडिशा रवाना हुई गोदना पर लिखे अनूप कुमार नाम के व्यक्ति को मृतिका की फोटो दिखाकर वारिशानों की खोज की गई। जिसमें मृतिका बसंती के पति स्व.अनूप सागर चक्रधरनगर जिला रायगढ़ के नविन पता बेलपहाड़ जिला झारसुगुडा ओडिशा में होने की जानकारी स्पष्ट हुई।

प्रेमी ने कबूला जुर्म घटनास्थल पर मिले साक्ष्य और आसपास के सीसीटीवी फुटेज पर चारभांठा के फत्ते सिंह के साथ मृतिका को देखे जाने के सबूत भी मिले थे। इस आधार पर फत्ते सिंह को संदेह पर लेकर पूछताछ की गई। पुलिस को काफी गुमराह करने के बाद आखिरकार उसने सच कबूला और अंतरंग रिस्ते से परेशान होकर बसंती भरा सागर की हत्या करना कबूल किया। आरोपी फत्ते लाल पटेल उर्फ धना सिंह पटेल ने मेमोरेंडम कथन में पुलिस को बताया कि वर्ष 2017 से बेलपहाड़ गुमाडेरा टीकेएल कंपनी में मकान पेंटिंग का काम ठेकेदारी पर करता है। पेटिंग ठेकेदारी का काम करते समय बसंती सागर कंपनी में साफ सफाई का काम करती थी। जिससे जान पहचान हुई। इसी दरमियान बसंती ने पति के देहांत होने पर बच्चों को लेकर मायके में रहने की बात कही। फिर बसंती से मोबाइल पर बातचीत होने लगी। करीब दो साल से दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ीं। ऐसे में बसंती शादी करने को कहती और दबाव बनाकर रुपए मांगती थी। फत्ते सिंह ने बताया कि कई बार वह उसे 10-10 हजार रुपए दे चुका था, उसके पैसे मांगने और शादी करने के दबाव बनाने से परेशान हो गया था।

प्रेमिका बनाती थी दबाव 11 जनवरी को बसंती ने फते को कॉल कर कहा कि तबीयत खराब है, मैं रायगढ़ आ रही हूं इलाज करा देना। दूसरे दिन 12 जनवरी को रायगढ़ आकर अपने रिश्तेदार के यहां रुकना बताई। 13 जनवरी की सुबह बसंती, फत्ते सिंह को रायगढ़ बुलाई तो फत्ते सिंह ने रायगढ़ में उसका इलाज़ प्राइवेट हास्पिटल में कराया और बसंती को घर वापस चले जाने के लिए कहा। वहीं फत्ते सिंह अपने घर चारभांठा आ गया। उसी शाम करीब 4:00 बजे बसंती फत्ते सिंह को मोबाइल पर कॉल कर बोली कि रेलवे स्टेशन में हूं, तुम स्टेशन आ जाओ नहीं तो बेलपहाड़ में रहने नहीं दूंगी, बदनाम कर दूंगी।

घर से हत्या की योजना बना कर निकला प्रेमी

फत्ते सिंह बसंती की हत्या के इरादे से घर से एक प्लास्टिक के थैले में लोहे का कत्ता लेकर मोटरसाइकिल से रायगढ़ गया। रायगढ़ रेल्वे स्टेशन के पास बसंती मिली। बसंती और फत्ते सिंह दोनों शराब पीते थे। ऐसे में फत्ते सिंह ने रायगढ़ से शराब खरीदकर बसंती को मोटरसाइकिल में बैठाकर दर्रापाली हाईवे के पास ले गया। जहां दोनों ने शराब पीया और इसी बीच मृतिका के कपड़े वगैरह को पैरा में जलाकर साक्ष्य नष्ट  किया। आरोपी फत्ते सिंह के मेमोरेंडम पर हत्या में प्रयुक्त लोहे का कत्ता और मोटरसाइकिल की जप्ती की गई है।

उन्होंने सुलझाई गुत्थी वरिष्ठ अधिकारियों के दिशा निर्देशन पर इस अंधे कत्ल में मृतिका की शिनाख्तगी, आरोपी पतासाजी, गिरफ्तारी में थाना प्रभारी भूपदेवपुर निरीक्षक अमित शुक्ला, चौकी प्रभारी खरसिया नंदकिशोर गौतम, सायबर प्रभारी प्रधान आरक्षक राजेश पटेल, थाना भूपदेवपुर के सउनि डी.पी.चौहान, सउनि गंगाराम भगत, प्रधान आरक्षक जगेश्वर दिगस्कर, जगदीश नायक, आरक्षक मिनकेतन पटेल, विकास ठाकुर, सुमित उरांव, गोवर्धन सिदार, सत्यवान लकड़ा, गिरधारी खड़िया, चौकी खरसिया के आरक्षक  कीर्ति सिदार, राजेश राठौर, सायबर के प्रधान आरक्षक दुर्गेश सिंह और बृजलाल गुजर की अहम भूमिका रही।

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