डेस्क। चुनाव आयोग ने हाल ही में आगामी विधानसभा चुनाव (Assembly Elections 2022) को लेकर रैलियों और जनसभाओं पर लगी रोक की समीक्षा की। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण के साथ आयोग ने बैठक करके यह फैसला लिया है कि वह सात दिन के लिए रैलियों पर रोक के अपने आदेश को फिलहाल आगे बढ़ाएगा।
इस मीटिंग का आयोजन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुआ। शुक्रवार को हुई बैठक में मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा (Sushil Chandra) और दोनों चुनाव आयुक्त इस बात पर एकमत थे कि कोराना तेजी से बढ़ रहा है और रैली पर रोक जारी रखना ही उचित होगा।
मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने स्पष्ट तौर पर कहा कि कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। सचिव ने आयोग को बताया कि ओमिक्रॉन कोरोना संक्रमण पिछले वेरिएंट डेल्टा जितना खतरनाक नहीं है, पर तेजी से फैल रहा है। इसके साथ ही स्वास्थ्य मंत्रालय ने मौजूदा हालातों में आयोग से इस संबंध में आगे कड़े निर्णय लेने की सिफारिश की है। आयोग ने इस मीटिंग में पांचों चुनावी राज्यों के मुख्य सचिवों को कोविड प्रोटोकॉल को सख्ती से लागू कराने का निर्देश दिया है।
15 जनवरी तक सभी तरह की रैलियों पर रोक
आयोग ने चुनाव की तारीखों की घोषणा करते हुए 15 जनवरी तक सभी तरह की रैलियों पर रोक लगा दी थी और सिर्फ वर्जुअल कैंपेन की इजाजत दी गई थी। चुनाव आयोग ने जो दिशा-निर्देशों जारी किए थे, उसके मुताबिक राजनीतिक दलों द्वारा कोई भी पद यात्रा, साईकिल यात्रा या रोड शो निकालने पर रोक है। निर्वाचन आयोग ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में राजनीतिक दलों से आग्रह किया था कि वे डिजिटल माध्यम से प्रचार करें।
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