IND vs SA: विराट कोहली की गलतियों पर फूटा सुनील गावस्कर का गुस्सा, कहा- पहले ही मान ली थी हार

केपटाउन टेस्ट में हार के साथ ही भारतीय टीम का पहली बार साउथ अफ्रीका में सीरीज जीतने का सपना भी अधूरा रह गया. साउथ अफ्रीका ने भारत को तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में 2-1 से मात दी. जीत के साथ सीरीज की शुरुआत करने के बावजूद भी टीम इंडिया (Team India) इसे अपना नाम नहीं कर सकी. भारत की हार के लिए दिग्गज बल्लेबाज सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) की रणनीति को जिम्मेदार ठहराया.

सीरीज में भारतीय बल्लेबाजी फ्लॉप दिखाई दी. अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा का खराब फॉर्म जारी रहा जिसका खामियाजा टीम को भुगतना पड़ा. हालांकि गावस्कर ने कोहली की फील्ड लगाने के फैसले और गेंदबाजों को रोटेट करने के फैसलों पर सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि टीम ऐसे खेल रही थी जैसे उसे जीतना ही नहीं है. मैच हारने से पहले ही टीम ने हार मान ली थी.

भारत ने मान ली थी हार

केपटाउन टेस्ट में भारत ने मेजबान टीम को जीत के लिए 212 रनों का लक्ष्य दिया था. मैच के चौथे दिन  साउथ अफ्रीका को लंच के बाद 41 रन बनाने थे. दूसरे सेशन में मेजबान टीम जब लौटी तो उन्होंने महज 8.3 ओवर में ही लक्ष्य हासिल कर लिया. सुनील गावस्कर ने कहा, ‘मैं अभी तक नहीं जान पाया हूं कि लंच के बाद जसप्रीत बुमराह और शार्दुल ठाकुर ने गेंदबाजी क्यों नहीं की. यह मेरे लिए एक रहस्य है. ऐसा लग रहा था मानो भारत ने पहले ही ये मान लिया था कि वह अब जीतने वाले नहीं हैं.’

डिफेंसिव फील्डिंग से नाराज गावस्कर

उन्होंने अश्विन की गेंदबाजी के दौरान डिफेंसिव फील्डिंग पर भी सवाल उठाया. उन्होंने कहा, ‘अश्विन जब गेंदबाजी कर रहे थे, तब कप्तान कोहली ने ज्यादा से ज्यादा खिलाड़ियों को सीमा रेखा पर तैनात कर रखा था. टेस्ट में बल्लेबाजों को आसानी से रन देना नहीं होता है, लेकिन टीम इंडिया ने इसका उलटा किया.अफ्रीकी बल्लेबाज स्ट्राइक रोटेट करते रहे. खराब गेंदों पर उन्होंने चौके लगाए. आप चाहते हैं कि बल्लेबाज बड़ा शॉट खेले और कोई गलती करे, लेकिन अगर आप आसानी से एक रन देते रहेंगे तो बल्लेबाज पर से दबाव खत्म होगा.’ गावस्कर ने साउथ अफ्रीका की बल्लेबाजी की तारीफ करते हुए कहा, ‘पिच बल्लेबाजी के लिए बहुत अच्छी नहीं थी, लेकिन जोहानिसबर्ग एवं इस मुकाबले में साउथ अफ्रीका की ओर से द्वारा दिखाया गया एप्लीकेशन प्रशंसनीय है. इससे टीम के कैरेक्टर का पता चलता है.’

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