महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार (Deputy CM Ajit Pawar)के नाम पर वसूली किए जाने की एक खबर सामने आई है. अजित पवार के नाम और नंबर का इस्तेमाल करते हुए कॉल कर बिल्डरों से हफ्ता वसूली शुरू थी. इस मामले में फिलहाल 6 लोगों को अरेस्ट किया गया है. फेक कॉल ऐप के जरिए कॉल कर वसूली की रकम मांगी जा रही थी. संबंधित बिल्डर ने इस बारे में शिकायत दर्ज करवाई थी. पुणे (Pune) में रहने वाले एक बड़े बिल्डर ने शिकायत की थी कि उन्हें उपमुख्यमंत्री अजित पवार के नाम और फोन नंबर से कॉल किया गया है और 20 लाख रुपए की रकम (20 Lakh rupees ransom demand) मांगी गई है. बिल्डर की शिकायत के आधार पर क्राइम ब्रांच ने कार्रवाई की और 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया. इस मामले में नवनाथ भाऊसाहेब चोरामले (उम्र 28, शिरसवाडी), सौरभ नारायण काकडे (उम्र 20, हडपसर), सुनील गौतम वाघमारे (उम्र 28, थेऊर), किरण रामभाऊ काकडे (उम्र 25 , थेऊर), चैतन्य राजेंद्र वाघमारे (उम्र 19, फुरसुंगी), आकाश शरद निंकालजे (उम्र 24, शिरसवाडी) को अरेस्ट किया गया है.
आरोपियों ने शिकायतकर्ता बिल्डर के मोबाइल पर फेक कॉल ऐप के जरिए संपर्क किया था. इसके लिए उप मुख्यमंत्री अजित पवार के नंबर का गलत तरीके से इस्तेमाल किया गया था. इसके बाद आरोपी नवनाथ चोरामले और उसके सहयोगी संबंधित बिल्डर के ऑफिस पहुंचे थे. शिरसवाडी इलाके की जमीन से जुड़े विवाद सुलझाने के नाम पर इन्होंने बिल्डर से 20 लाख रुपए की फिरौती की मांग की. आरोपियों ने यह धमकी दी कि अगर पैसे नहीं दिए गए तो प्रोजेक्ट को पूरा होने नहीं दिया जाएगा.आरोपियों ने पहले इन्स्टॉलमेंट के तौर पर 2 लाख रुपए की मांग की थी. इसके बाद संबंधित बिल्डर ने पुलिस शिकायत दर्ज करवा दी.
छह आरोपी पकड़े गए, उनसे मोबाइल डिवाइसेस और नकली नोट बरामद
क्राइम ब्रांच की पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए बिल्डर के ऑफिस में ट्रैप लगाया और आरोपियों को अरेस्ट करने में कामयाबी पाई. इस मामले में मुख्य आरोपी किरण काकडे और सुनील वाघमारे हैं. इन्होंने ही सारा गेम प्लान तैयार किया था. बाकी चार आरोपी इनकी मदद कर रहे थे. आरोपियों के पास से छह मोबाइल डिवाइसेस, दो लाख रुपए के नकली नोट, मोटर बाइक जब्त किए गए हैं.
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष के नाम पर भी हो चुकी है ऐसी ही घटना
इससे पहले बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष और विधायक चंद्रकांत पाटील के नाम पर कई लोगों को इसी तरह से फोन कर लाखों रुपए की वसूली की जा रही थी. पुणे पुलिस ने इस मामले में चार लोगों के अरेस्ट किया था. पुणे और पिंपरी चिंचवड के 10 से 12 लोगों से इन आरोपियों ने वसूली को अंजाम दिया था. सांसद अमोल कोल्हे के नाम पर भी एक बिल्डर से रकम मांगी गई थी.
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