12 जनवरी (वेदांत समाचार)। राजस्थान में महिला अत्याचार और बालिकाओं के साथ क्रूरता की घटनाएं रूकने का नाम नहीं ले रही हैं. ताजा मामला अलवर जिले का है जहां एक बार फिर हैवानियत का घिनौना चेहरा सामने आया है. अलवर में एक मूक बधिर 15 वर्षीय नाबालिग लड़की के साथ रेप की रौंगटे खड़े कर देने वाली घटना सामने आई है. घटना के मुताबिक आरोपियों ने रेप के बाद नाबालिग को बेहोशी की हालत में फेंक दिया और फरार हो गए. फिलहाल पीड़ित नाबालिग को अलवर से जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में भर्ती किया गया है जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है. अस्पताल में पीड़िता अब जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही है.
नाबालिग के प्राइवेट पार्ट से हुई काफी ब्लीडिंग
पुलिस ने बताया कि मामला अलवर शहर के शिवाजी पार्क पुलिस थाना इलाके का है जहां बीती रात एक मूकबधिर 15 वर्षीय नाबालिक लड़की लहूलुहान स्थिति में तिजारा पुलिया के ऊपर मिली. पुलिस ने नाबालिग लड़की की पहचान कर ली है जो अलवर जिले के मालाखेड़ा थाना इलाके की रहने वाली है. अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक नाबालिग शाम 4 बजे से लापता थी.
मौके पर पहुंचकर पुलिस ने बताया पीड़ित बालिका के प्राइवेट पार्ट्स में गंभीर इंटरनल इंजरी पाई गई है जिसे तत्काल आईसीयू में भर्ती करवा दिया गया है. वहीं पीड़िता के प्राइवेट पार्ट से ज्यादा ब्लीडिंग होने से हालत गंभीर बनी हुई है. घटना की सूचना मिलते ही देर रात अलवर जिला कलेक्टर नन्नूमल पहाड़िया, पुलिस अधीक्षक तेजस्वनी गौतम, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक समेत कई आला अधिकारी मौके पर पहुंचे.
जयपुर में होगी नाबालिग की सर्जरी
अलवर जिला कलेक्टर नन्नू मल पहाड़िया ने इस मामले पर बताया कि लड़की की हालत गंभीर थी इसलिए डॉक्टरों से बातचीत कर उसे जयपुर रेफर किया गया है. उन्होंने उम्मीद जताई कि लड़की का आज ऑपरेशन हो सकता है. प्रशासन ने अलवर से एक एक्सपर्ट टीम भी भेजी है जिसके साथ अतिरिक्त ब्लड भी भेजा गया है. वहीं लड़की के गुप्तांगों पर लगी चोट के सवाल पर उन्होंने बताया कि इस संबंध में मेडिकल टीम बेहतर बता सकती है.
वहीं अलवर पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने बताया कि बच्ची की पहचान हो चुकी है यह अपने गांव से दोपहर बाद से लापता थी. इसके चाचा की ओर से लापता होने की सूचना मालाखेड़ा थाना पुलिस को दी गई थी.
बता दें कि अभी पुलिस या कोई भी प्रशासनिक अधिकारी स्पष्ट तौर पर बच्ची के गुप्तांगों पर लगी चोट पर स्पष्ट नहीं कह रहा है हालांकि पुलिस ने इस मामले को क्रिटिकल माना है. इसके अलावा कुछ ग्रामीणों का कहना है कि शाम 4 बजे जयपुर रोड पर गांव धवाला के पास एक टेंपो में बैठकर एक लड़की को जाते हुए देखा लेकिन उसके बाद लड़की का पता नहीं चला.
पुलिस खंगाल रही है सीसीटीवी
पुलिस ने बताया कि लड़की के माता-पिता गोविंदगढ़ क्षेत्र में जमीदारी का काम करते हैं. दरिंदों का अभी कोई सुराग नहीं लगा है लेकिन पुलिस यूपी के गांव से लेकर घटनास्थल तक के सीसीटीवी कैमरे खंगाल रही है. वहीं घटनास्थल से लेकर इस गांव की दूरी करीब 20 किलोमीटर है ऐसे में पुलिस अलवर शहर के चौराहों पर लगे कैमरे भी देख रही है. वहीं पुलिस के मुताबिक डॉक्टरों से पूछताछ में पता चला कि बच्ची मानसिक रूप से विक्षिप्त है और बोल नहीं पा रही है.
पुलिस अधीक्षक ने इस मामले की जांच के लिए कई टीमें गठित की है जिसमें कई थानों की पुलिस को मौके पर बुलाया गया है. मौके पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुख्यालय सरिता सिंह ,पुलिस उपाधीक्षक शहर हरिराम, अरावली विहार थाना प्रभारी जहीर अब्बास, शिवाजी पार्क थाना प्रभारी रामजीलाल, सदर थाना प्रभारी राजेश शर्मा एवं अलवर शहर कोतवाल महेश शर्मा मौजूद हैं.
[metaslider id="347522"]