कांग्रेस विधायक मसूद अख्तर (Congress MLA Masood Akhtar) और इमराज मसूद समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) में शामिल होने का ऐलान कर चुके हैं. मसूद अख्तर ने बुधवार को कहा कि हमने समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन (Alliance) की मांग की थी. लेकिन ऐसा नहीं हो सका. उन्होंने कहा कि इस बार सपा और बीजेपी (BJP) के बीच सीधी लड़ाई है. इसलिए इमरान मसूद और मैंने समाजवादी पार्टी में शामिल होने का फैसला किया है. हमने आज सपा में शामिल होने के लिए अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) से समय मांगा है.
जानकारी के अनुसार मसूद के एसपी में जाने के बाद सहारनपुर समेत पश्चिम की कई विधानसभा सीटों के समीकरण बदलेगा और कांग्रेस को सीधे तौर पर नुकसान होगा. वहीं इमरान के साथ सहारनपुर देहात विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक मसूद अख्तर ने भी एसपी में शामिल होने का ऐलान किया है. जबकि इमरान के जुड़वा भाई नोमान मसूद आरएलडी छोड़कर बीएसपी में शामिल हो गए हैं. इसे एसपी-आरएलडी गठबंधन के लिए सियासी नुकसान माना जा रहा है.
मसूद के एसपी में जाने की चर्चा काफी पहले थे ही थी और सोमवार को उन्होंने कांग्रेस छोड़ने का ऐलान किया. वहीं मसूद ने समाजवादी पार्टी में शामिल होने का भी ऐलान किया और बताया जा रहा है कि वह जल्द ही एक बड़ी रैली में पार्टी की सदस्यता लेंगे. इमरान मसूद इन दिनों कांग्रेस में राष्ट्रीय सचिव और दिल्ली प्रभारी की जिम्मेदारी संभाल रहे थे और वह राज्य में एसपी और कांग्रेस के गठबंधन की वकालत कर रहे थे. हालांकि इसके लिए ना तो एसपी और ना ही कांग्रेस तैयार थी. जबकि पिछले दिनों ही इमरान मसूद ने अखिलेश यादव से मुलाकात की थी और अपने समर्थकों से सलाह-मशविरा करने के बाद फैसला लेने की बात कही थी.
सिर्फ एसपी ही बीजेपी को हरा सकती है
मसूद ने सोमवार को अपने सियासी फैसलों के लिए बैठक बुलाई थी और बैठक में सहारनपुर देहात के कांग्रेस विधायक मसूद अख्तर समेत समर्थकों ने इमरान मसूद पर कोई भी फैसला लेने का अधिकार छोड़ दिया था. इसके बाद इमरान मसूद ने मीडिया से कहा कि कांग्रेस ने उन्हें बहुत सम्मान दिया है, लेकिन राज्य के मौजूदा हालात में सिर्फ एसपी ही बीजेपी को हरा सकती है. लिहाजा वह एसपी में शामिल हो रहे हैं.
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