रायपुर11 जनवरी (वेदांत समाचार)। रेलवे स्टेशन पुनर्विकास योजना के तहत विकसित किए जाने वाले स्टेशनों के यात्रियों को सुविधा के नाम पर अब अधिक किराया देना होगा। रेलवे बोर्ड ने ट्रेन की विभिन्न श्रेणियों के यात्रियों से 10 से लेकर 50 रुपये तक रेलवे स्टेशन डेवलपमेंट फीस ली जाएगी। यह फीस टिकट बुक कराते समय रेल यात्रियों से वसूली जाएंगी। हालांकि लोकल ट्रेने और सीजन टिकट यात्रियों को इससे छूट रहेगी। इस संबंध में रेलवे बोर्ड ने सभी जोनल रेलवे को 31 दिसंबर 2020 को निर्देश जारी किया है।
रायपुर रेलवे मंडल से मिली जानकारी के अनुसार स्टेशन पुनर्विकास योजना के तहत ए वन,ए और बी श्रेणी के स्टेशनों को शामिल किया गया है। जब स्टेशन विकसित हो जाएगे तब स्टेशन डेवलपमेंट फीस ली जाएगी। अनारक्षित जनरल श्रेणी, एसी लोकल ट्रेने, फस्ट क्लास में सफर करने वाले यात्रियों से दस रुपये लिया जाएगा। जबकि आरक्षित स्लीपर, फस्ट क्लास (मेल एक्सप्रेस ट्रेनों) के यात्रियों को 25 रुपये देने होंगे, वहीं आरक्षित एसी श्रेणी में चेयरकार, एसी 2,3,एसी 1 के यात्रियों को 50 रुपये देने होंगे।
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि जो यात्री विकसित स्टेशनों से ट्रेन पर सवार होगे और उतरेंगे उनको स्टेशन डेवलपमेंट फीस 1.5 गुना देनी होगी। जबकि सिर्फ स्टेशन पर उतरने वाले यात्रियों से उसका 50 फीसद लिया जाएगा। यह पैसा उन्हें टिकट बुक कराते समय देना होगा। उदाहरण के लिए यदि कोई यात्री रायपुर से दिल्ली जाता है तो उसे दोनों स्टेशन की डेवलपमेंट फीस देनी पड़ेगी। रेलवे बोर्ड यात्रियों से सुविधा मुहैया कराने के नाम पर हवाई अड्डों की तर्ज पर यूजर फीस लेगी। गौरतलब है कि रायपुर और बिलासपुर रेलवे स्टेशन जोन के ए 1 कैटेगेरी में आते है।इसके साथ ही दुर्ग, राजनांदगांव, गोंदिया,इतनवारी, भाटापारा समते कई रेलवे स्टेशन ए और बी श्रेणी में आते है। इन स्टेशनों के यात्रियों से यह शुल्क लिया जाएगा।
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