रायपुर, 09 जनवरी। पूरे देश में छत्तीसगढ़ एक ऐसा राज्य हैं जहां सर्वाधिक राख का उत्सर्जन होता है। 2020-21 में राज्य में चार करोड़ टन से ज्यादा राख उत्सर्जित हुई, लेकिन उपयोगिता के मामले में छत्तीसगढ़ दूसरे राज्यों से पिछड़ा हुआ है। राज्य में राख की उपयोगिता का आंकड़ा 70 फीसदी के आंकड़े पर ही अटका हुआ है।
यहां बताना होगा कि छत्तीसगढ़ में सरकारी और निजी क्षेत्र के 25,960 मेगावाट क्षमता वाले 31 थर्मल पॉवर प्लांट प्रचालन में है, जो कि पूरे देश में सर्वाधिक हैं। वित्तीय वर्ष 2020- 21 में 31 विद्युत संयंत्रों से 40. 2526 मिलियन टन (चार करोड़ 2 लाख 52 हजार 600 टन) राख का उत्सर्जन हुआ। इसमें 70.07 प्रतिशत यानी 28.2042 मिलियन टन (दो करोड़ 82 लाख चार हजार 200 टन) राख का उपयोग किया जा सका।
इन राज्यों में 10 एमटी से ज्यादा राख का उत्सर्जन :
देश में छत्तीसगढ़ सहित ओडिशा, मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल ऐसे राज्य हैं जो 10 मिलियन टन से भी ज्यादा राख का उत्सर्जन करते हैं।
देश में निकलती है 232.5595 मिलियन टन राख :
17 राज्यों में कुल 2,09,990.50 मेगावाट क्षमता वाले 202 थर्मल पॉवर प्लांट प्रचालन में हैं। 2020-21 में इनसे सालाना 232.5595 मिलियन टन (23 करोड़ 25 लाख 59 हजार 500 टन) राख का उत्सर्जन हुआ। उत्सर्जन के मुकाबले 92.41 फीसदी यानी 214.9125 मिलियन टन (21 करोड़ 49 लाख 12 हजार 500 टन) राख का उपयोग किया जा सका।
10 मिलियन टन से अधिक राख उत्सर्जन करने वाले राज्य :
छत्तीसगढ़ –
टीपीपी : 31
क्षमता : 25,960 MW
राख उत्सर्जन : 40.2526 MT
उपयोगिता : 28.2042 MT
प्रतिशत : 70.07
ओडिशा –
टीपीपी : 13
क्षमता : 14,285 MW
राख उत्सर्जन : 29.6211 MT
उपयोगिता : 24.7430 MT
प्रतिशत : 85.53
मध्यप्रदेश –
टीपीपी : 13
क्षमता : 21,600 MW
राख उत्सर्जन : 25.8790 MT
उपयोगिता : 14.7990 MT
प्रतिशत : 57.19
उत्तर प्रदेश –
टीपीपी : 20
क्षमता : 23,420 MW
राख उत्सर्जन : 25.7889 MT
उपयोगिता : 23.4399 MT
प्रतिशत : 90.89
महाराष्ट्र –
टीपीपी : 20
क्षमता : 23,346 MW
राख उत्सर्जन : 23.7703 MT
उपयोगिता : 27.4739 MT
प्रतिशत : 115.58
पश्चिम बंगाल –
टीपीपी : 17
क्षमता : 14,002 MW
राख उत्सर्जन : 18.6768 MT
उपयोगिता : 16.4036 MT
प्रतिशत : 87.83
शत प्रतिशत राख की उपयोगिता वाले राज्य :
आन्ध्रप्रदेश – 107.13
गुजरात – 118.41
हरियाणा – 243.10
झारखण्ड – 121.70
पंजाब – 125.74
राजस्थान – 113.95
तमिलनाडु – 146.51
75 से 100 फीसदी के बीच राख की उपयोगिता वाले राज्य :
बिहार – 85.31
कर्नाटक – 75.05
ओडिशा – 83.53
तेलंगाना – 91.50
उत्तर प्रदेश – 90.89
पश्चिम बंगाल – 87.83
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