चुनाव आयोग ने शनिवार को पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान कर दिया है. इस सूची में पंजाब भी शामिल है. जिसके तहत पंजाब में इस बार भी विधानसभा चुनाव एक चरण में ही आयोजित होगा. चुनाव आयोग की तरफ से की गई घोषणा के तहत पंजाब चुनाव के लिए 21 जनवरी 2022 से नामांकन की प्रक्रिया शुरू होगी. तो वहीं 14 फरवरी 2022 को मतदान की प्रक्रिया आयोजित की जाएगी. इससे पूर्व 2017 के पंंजाब विधानसभा चुनाव के लिए 4 फरवरी को वोट डाले गए थे.
10 मार्च को वोटों की गिनती,सुविधा ऐप के जरिए करा सकेंगे
चुनाव आयोग की तरफ से की गई घोषणा के तहत 20 जनवरी से शुरू हो रही नामांकन प्रक्रिया 28 जनवरी को खत्म होगी. उम्मीदवार 31 जनवरी तक अपना नाम वापस ले सकते हैं. वहींं आयोग ने बताया कि पंजाब समेत चुनावी राज्यों में मतों की गिनती एक साथ 10 मार्च को होगी. चुनाव आयोग ने कोरोना संक्रमण के चलते नामांकन प्रक्रिया में इस बार अहम बदलाव किया है. जिसके तहत उम्मीदवार आयोग के सुविधा ऐप के जरिए भी नामांकन करा सकेंगे.
आचार संहिता लागू हुई
चुनाव आयोग की तरफ से पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों के कार्यक्रम की घोषणा के साथ ही चुनावी राज्यों में आचार संहिता लागू हो गई है. इसके तहत पंजाब सरकार समेत सभी निर्वाचित प्रतिनिधि अब कोई भी नई घोषणा समेत किसी भी निर्माण का उद्घाटन नहीं कर सकेंगे. वहीं अब उम्मीदवारोंं की तरफ से किया गया खर्च भी चुनावी खर्च में जोड़ा जाएगा.
2017 में 117 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस ने 77 सीटें जीती थी
2017 के पंंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को बंपर सीटें मिली थी. 117 सीटोंं वाली विधानसभा सीटों में हुए चुनाव में कांग्रेस के 77 उम्मीदवार विजय हुए थे. जबकि 20 सीट पर आम आदमी पार्टी (आप) के उम्मीदवार विजय थे. जो राज्य में दूसरी बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी. वहीं अकाली- भाजपा गठबंधन को 18 सीटें मिली थी.
कांग्रेस में सीएम के चेहरे का लेकर जारी है गतिरोध, आप भगवंत मान के चेहरे को कर सकती है आगे
कांग्रेस ने चुनाव से पूर्व कैप्टन अमरिदंर सिंंह को मुख्यमंत्री पद से हटाते हुए चरणजीत सिंंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाया था. जिसके तहत कांग्रेस ने चन्नी के रूप में दलित विधायक को मुख्यमंत्री बनाकर दलित वोटों को अपनी खेमे लाने का प्रयास किया था. लेकिन चुनाव की तारीख नजदीक आते ही कांग्रेस में सीएम के चेहरे को लेकर गतिरोध जारी है. जानकारी के मुताबिक कांग्रेस मुख्यमंत्री चन्नी को आगे कर सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुकी है, लेकिन पंजाब कांग्रेस के प्रधान नवजोत सिंंह सिद्धू सीएम का चेहरा घोषित करने मांग कर रहे हैं, जिसको लेकर सिद्धू नाराज बतााए जा रहे हैं. वहीं ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि आम आदमी पार्टी (आप) सांसद भगवंत मान को सीएम का चेहरा बना सकती है. पार्टी सूत्रों का कहना है कि मान को लेकर पार्टी बैठक में सहमति बन गई है. जिसकी आधिकारिक घोषणा की जानी हैं.
चुनाव से पहले ही भाजपा और शिरोमणी अकाली दल का गठबंधन टूटा
कांग्रेस से पहले पांच साल तक पंजाब की सत्ता में काबिज रहा शिरोमणी अकाली दल और भाजपा गठबंधन इस बार अलग – अलग रास्ते हैं. पूर्व में नए कृषि कानूनों को लेकर अकाली दल ने केंद्र सरकार से नाता तोड़ लिया था. जिसके बाद राज्य में भी दोनों दल का गठबंधन खत्म हो गया था. इसके बाद बीजेपी ने इस बार पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंंदर सिंंह की तरफ से नवगठित पंजाब लोक कांंग्रेस और पूर्व सांसद सुखदेव सिंंह ढींढसा की शिरोमणी अकाली दल संयुक्त के साथ गठबंधन किया है, तो वहीं शिरोमणी अकाली दल ने बसपा के साथ गठबंधन किया हुआ है.
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