त्रिवेणी के साथ राजिम में धार्मिक और सांस्कृतिक संगम : मुख्यमंत्री

गरियाबंद08जनवरी (वेदांत समाचार)। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज त्रिवेणी संगम राजिम में आयोजित राजिम भक्तिन माता जयंती समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने समाज के पदाधिकारी एवं प्रतिनिधियों के साथ राजीवलोचन मंदिर परिसर में विराजित राजिम भक्तिन माता की महाआरती व पूजा अर्चना कर राज्य और समाज की खुशहाली की कामना की। इस अवसर पर गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू, खाद्य मंत्री अमरजीत भगत, विधायक धनेंद्र साहू, अमितेश शुक्ल एवं संसदीय सचिव शकुंतला साहू मौजूद थे। कोविड-19 के कारण आयोजित संक्षिप्त एवं गरिमामय कार्यक्रम में अपने उद्बोधन में मुख्यमंत्री ने कोरोना के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए सावधानी बरतने की अपील की। उन्होंने मॉस्क , सेनिटाइजर और सोशल डिस्टनसिंग का नियमित तौर पर पालन करने जनमानस से अपील किया। उन्होंने कहा कि राजिम केवल धार्मिक स्थल ही नहीं बल्कि तीन नदियों , उत्तर दक्षिण और विभिन्न धर्म ,सम्प्रदाय का संगम है। उन्होंने कहा कि राजिम को केवल एक शहर के रूप में नहीं बल्कि राज्य के धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत के अद्भुत संगम रूप में देखना चाहिए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि साहू समाज द्वारा समाज को नई ऊंचाई देने का जो प्रयास किया गया है ,वह सभी समाज के लिये अनुकरणीय है। 

                       

मुख्यमंत्री बघेल ने नवीन राजिम मेला स्थल में साहू समाज के भव्य धर्मशाला के सौंदर्यीकरण के लिए 50 लाख रुपए की लागत से बनने वाले साहू धर्मशाला का शिलान्यास किया। पिछले वर्ष सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र फिंगेश्वर को राजिम माता के नाम पर करने की घोषणा भी पूरी हो गयी है। अपने उद्बोधन के दौरान भूपेश बघेल ने कहा कि पिछले वर्ष किए गए घोषणा के अनुरूप 54 एकड़ जमीन का चयन कर लिया गया है और यहां तेजी से विकास किया जा रहा है। यहां साधु संतों के निवास से लेकर अधिकारी कर्मचारियों की रहने व्यवस्था, मंडप, मेला, मीना बाजार आदि के लिए स्थाई सुविधा विकसित किया जाएगा तथा राज्यस्तरीय सुविधा को सुनोजित कर विकास किया जाएगा और इसके लिए प्लान बनाया जाएगा। उन्होंने प्रदेशवासियों को राजिम माता भक्ति जयंती की बधाई दी और कहा कि भक्त राजिम माता ने जिस साहू समाज को अपनी मेहनत और त्याग से संगठित किया, आज वह समाज शिक्षा, कृषि व व्यवसाय सहित सभी क्षेत्रों में संगठित तरीके से काम कर आगे बढ़ रहा है और दूसरे समाज भी उनका अनुकरण कर रहे हैं। इस अवसर पर गृह, जेल, लोक निर्माण मंत्री ताम्रध्वज साहू ने राजिम भक्तिन माता की जयंती एवं नववर्ष की बधाई देते हुए कहा कि कोरोना के कारण आज कार्यक्रम संक्षिप्त हो रहा है। उन्होंने कहा कि साहू समाज एक संगठित समाज के रूप में जाना जाता है। यह समाज अन्य समाज को भी दिशा दे सकता है। आज साहू समाज सामाजिक समरसता का सबसे बड़ा उदाहरण है। उन्होंने साहू समाज के प्रदेश अध्यक्ष अर्जुन हिरवानी के जल्दी ही स्वास्थ लाभ की कामना की। जिले के प्रभारी मंत्री एवं खाद्य मंत्री ने इस अवसर पर सामाजिक जनों को शुभकामनाएं दी। अभनपुर विधायक धनेंद्र साहू ने उद्बोधन में कहा कि पहली बार राज्य में तेलघानी विकास बोर्ड का गठन किया। यह साहू समाज के लिए गौरव का विषय है। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार किसानों के लिए जो कार्य कर रही हैं , वह किसी सरकार ने नही किया। कार्यक्रम को राजिम विधायक अमितेश शुक्ल ने सम्बोधित किया, उन्होंने कहा कि साहू समाज का हमेशा से ही उन्हें सहयोग, समर्थन और प्यार मिलता रहा है। यह समाज एक संगठित समाज है।
इस अवसर पर राजिम भक्तिन माता की शहर में शोभा यात्रा निकाली गई। समारोह में संसदीय सचिव शकुंतला साहू, महासमुंद सांसद चुन्नीलाल साहू, अभनपुर विधायक धनेद्र साहू, विधायक राजिम अमितेश शुक्ल, पूर्व सांसद चंदूलाल साहू,प्रदेश साहू संघ के भुनेश्वर साहू,छग राज्य दुग्ध महासंघ के अध्यक्ष विपिन साहू, तेलघानी विकास बोर्ड के अध्यक्ष संदीप साहू, साहू समाज के पदाधिकारी टहल राम साहू ,डॉ ममता साहू, मोती लाल साहू, सहित साहू समाज के पदाधिकारी प्रतिनिधि, सदस्य और बड़ी संख्या में स्वजातीय बन्धु मौजूद थे।