कोरबा :ढाई साल बाद जब संदूक खाेला, पाैने 4 लाख ठगी का पता तब चला

काेरबा,8 जनवरी ( वेदांत समाचार )। निगम के एक आरआई काे जशपुर के दाे लाेगाें ने पूजा-पाठ के जरिए संतान का सुख दिलाने का झांसा देकर पाैने 4 लाख संदूक में रखवाए, जिसे उन्हाेंने पार कर दिया। ढाई साल बाद जब संदूक खाेला, तब ठगी का पता चला। रजगामार चाैक के करूमाैहा निवासी 51 वर्षीय चैन सिंह यादव नगर निगम में आरआई हैं, जाे नि:संतान है। सितंबर 2019 में उनके गांव में पहुंचे जशपुर के रमेश यादव व भगत सिंह पैकरा ने उनसे पहचान बढ़ाई थी।


साथ ही नि:संतान हाेने पर उनके पूजा-पाठ से बच्चा हाेने की बात कही। चैन सिंह मान गया। उसी दिन शाम काे पूजा शुरू करने के बाद उन्हाेंने घर से बुरी आत्मा को बाहर निकालने काे कहा। रात में एक जगह गड्ढा करवाया, जहां से मिट्टी का लाेटा निकला। इसमें 3 लाख 51 हजार मंत्र बंधे हाेने और इससे छुटकारा पाने इतने ही रुपए का इंतजाम कर पूजा करवाने काे कहा गया। उक्त रुपए 7 दिन बाद वापस करने काे कहा। चैन सिंह खुद के पास माैजूद रकम के साथ ही उधारी में लेकर 3 लाख 83 हजार रुपए का इंतजाम किए। सूचना पर वे लाेग अगस्त 2019 काे पहुंचे और संदूक में रुपए समेत अन्य सामान भरकर ताला लगा दिया। चाबी खुद के पास रखते हुए 7 दिनाें तक संदूक की पूजा करने काे कहा । इसके बाद वे जशपुर चले गए। चैन सिंह की माेबाइल से उनसे बात हाेते रही।


बाद में उनका माेबाइल बंद हाे गया। इधर जिनसे उधार रकम ली थी, वे तकादा करने लगे। ढाई साल बीतने के बाद भी जशपुर से उनके नहीं आने पर रकम वापस करने चैन सिंह ने संदूक खाेला ताे उसके हाेश उड़ गए। उसमें पैसे की जगह कागज लपेटकर रखा गया था। चैन सिंह ने रजगामार चाैकी पहुंचकर रिपाेर्ट लिखाई।