केरल 07 जनवरी (वेदांत समाचार)। केरल के एक मेडिकल कॉलेज अस्पताल से नवजात बच्चे की चोरी कर उसका अपहरण करने के मामले का राज्य सरकार ने संज्ञान लिया है. केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने शुक्रवार को इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं.
स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने राज्य में सभी अस्पतालों को यह सुनिश्चित करने के लिए कार्रवाई करने का निर्देश दिया है कि दोबारा इस तरह की घटनाएं न हों. मंत्री के कार्यालय द्वारा जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि जांच का आदेश दिया गया है. इसके तहत चिकित्सा शिक्षा विभाग के संयुक्त निदेशक मामले की जांच करेंगे और उन्हें जल्द से जल्द एक रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा गया है. वहीं इस घटना के बाद केरल की राजनीति गरमा गई थी. विपक्षी दलों ने अस्पतालों सुरक्षा के व्यापक इंतजाम ना होने के चलते राज्य सरकार की आलोचना की है.
नर्स की वेश में महिला ने किया था बच्चे का अपहरण
केरल के एक मेडिकल कॉलेज अस्पताल से नवजात बच्चे का अपहरण किए जाने का मामला गुरुवार को सामने आया था. जानकारी के मुताबिक एक महिला ने नर्स के वेश में गुरुवार को अस्पताल के स्त्री रोग विभाग में दाखिल हुई और दोपहर करीब तीन बजे शिशु को लेकर चली गई. बच्चे की मां और रिश्तेदारों को आधे घंटे बाद बच्चे का अपहरण होने का पता लगा. हालांकि कुछ ही घंटों में बच्चे का पता लगा लिया गया और उसे मां को सौंप दिया गया. बच्ची का अपहरण करने वाली महिला नीतू (33) को गिरफ्तार कर लिया गया है.
प्रेमी को ब्लैकमेल करने के लिए नवजात का अपहरण
पुलिस के मुताबिक नवजात का अपहरण करने वाली महिला को गिरफ्तार कर लिया है. साथ ही उसके एर्नाकुलम निवासी दोस्त को भी हिरासत में ले लिया गया है. हम दोनों से पूछताछ कर रहे हैं. पुलिस ने कहा कि आगे की जानकारी जल्द ही सामने आएगी. वहीं सूत्रों ने बताया कि महिला ने अपने प्रेमी को ब्लैकमेल करने के लिए बच्चे का अपहरण कर लिया और दावा किया कि यह उसका बच्चा था ताकि वह शादी करने के लिए मजबूर हो. जानकारी के मुताबिक महिला पहले गर्भवती हुई थी, लेकिन उसका गर्भपात हो गया. महिला ने अपने प्रेमी को गर्भपात की घटना की जानकारी नहीं दी. जिसके बाद महिला ने अपने प्रेमी को झूठी जानकारी देने के लिए नवजात का अपहरण करने का फैसला किया. हालांकि इस मामले में पुलिस ने अभी तक कोई भी आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है.
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